नई दिल्लीः बीजिंग ओलंपिक शूटिंग में गोल्ड मेडल जीतने वाले और रियो में मेडल से जरा से चूके अभिनव बिंद्रा ने भारत के सिस्टम में कमी को रियो में मेडल न जीत पाने की बड़ी वजह बताया है। बिंद्रा का कहना है कि खिलाड़ियों पर पैसा खर्च किया नहीं जाता तो भला मेडल मिले तो कैसे?
ब्रिटेन का दिया उदाहरण
33 साल के अभिनव बिंद्रा ने मंगलवार को अपने ट्वीट में ब्रिटेन का उदाहरण देते हुए कहा कि वह देश हर मेडल हासिल करने के लिए 55 लाख पाउंड खर्च करता है। इस तरह का खर्च खिलाड़ियों पर होना चाहिए। जब तक सिस्टम सही नहीं कर लेते, हमें ज्यादा की चाहत नहीं रखनी चाहिए। बता दें कि ब्रिटिश अखबार 'द गार्जियन' ने एक लेख में बताया था कि ओलंपिक मेडल हासिल करने के लिए ब्रिटेन की सरकार खिलाड़ियों की ट्रेनिंग पर कितना खर्च कर रही है।
Each medal costs the UK £5.5 million. That's the sort of investment needed. Let's not expect much until we put systems in place at home.
— Abhinav Bindra (@Abhinav_Bindra) August 16, 2016
मंगलवार तक नहीं मिला एक भी मेडल
भारत को मंगलवार तक किसी भी स्पर्धा में एक भी मेडल नहीं मिल सका था। जबकि उसने रियो ओलंपिक में अब तक का सबसे बड़ा दल भेजा है। भारतीय दल में 118 खिलाड़ी हैं। बता दें कि साल 2012 के लंदन ओलंपिक में भारत ने अभी तक के सबसे ज्यादा 6 मेडल हासिल किए थे। ऐसे में रियो में अब तक उसके खिलाड़ियों का प्रदर्शन सवालों के घेरे में है।