लखनऊ: डीएम राजशेखर के सितारें इन दिनों बुलंदियों पर हैं। राजधानी में वो काफी पॉपुलर हो गए हैं। भारत निर्वाचन आयोग ने उन्हें देश के बेस्ट तीन डीएम में चुना और हाल ही में सम्मानित भी किया। राजशेखर मीडिया में भी काफी लोकप्रिय हैं। उन्होनें व्हाट्सएप पर एक ग्रुप भी बना रखा है। इससे जर्नलिस्टों को यह पता चल जाता है कि वह आज क्या कारनामा करने वाले हैं। हाल ही में गांवों में चौपाल लगाकर और रात गुजार कर उन्होंने काफी पॉपुलरिटी बटोरी है। इन सब कारनामों के बावजूद सीएम अखिलेश यादव आजकल उनसे नाराज दिखाई दे रहे हैं।
महात्मा गांधी की पुण्यतिथि (30 जनवरी) पर कुड़ियाघाट पर दीपदान कार्यक्रम था। इसमें सीएम भी शामिल हुए थे। सीएम के पीछे नवनीत सहगल के अलावा अन्य अधिकारी भी चल रहे थे। अचानक सीएम मुड़े और डीएम से कहा कि 'तुम अपने ये सारे नाटक बंद करो, मैं कई दिनों से इसे देख रहा हूं।' सीएम की नाराजगी भी लाजमी है, क्योंकि राजशेखर उनके पिछले तीन-चार कार्यक्रमों में शामिल नहीं हुए थे। डीएम ने कार्निवाल और अन्य कार्यक्रमों में अपनी व्यस्तता कुछ ज्यादा ही बढ़ा दी है, जो अखिलेश को नागवार गुजरी है।
प्रतीक यादव से हैं डीएम की नजदीकियां
-डीएम ने हजरतगंज कार्निवाल का सफलतापूर्वक आयोजन किया था।
-न्यू ईयर इव हजरतगंज के प्रोग्राम को पूरी दुनियां में बेस्ट रेटेड कार्यक्रम माना गया।
-डीएम सीएम के सौतेल भाई प्रतीक के काफी करीब माने जाते हैं।
-प्रतीक के बिल्डर दोस्त से भी उनकी घनिष्ठता है।
नाराजगी की ये भी हो सकती है वजह
-सीएम ने राजशेखर को ट्रैफिक सुधारने को की जिम्मेदारी दी थी।
-डाइवर्जन के बाद भी हजरतगंज लगातार जाम से जूझ रहा है।
-इसी कारण लखनऊ स्मार्ट सिटी की पहली लिस्ट से बाहर हो गया था।
-कार्यक्रम में बिना बताए नहीं आने से भी अखिलेश उनसे काफी नाराज हैं।
नीचे की स्लाइड्स में देखिए, कुछ और तस्वीरें...
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