लखनऊ: चीफ सेक्रेटरी की कुर्सी पाने के लिए इन दिनों यूपी की ब्यूरोक्रेसी में घमासान मचा हुआ है। वैसे तो 1979 बैच के आईएएस अनिल गुप्ता इस पद के दावेदार माने जा रहे थे। लेकिन प्रमुख सचिव गृह के पद से हटाए जाने के बाद अब तक वह सरकार का भरोसा नहीं जीत सके हैं।
इस बीच प्रमुख सचिव सिंचाई दीपक सिंघल के मुख्य सचिव बनने की चर्चा ने भी तेजी पकड़ी थी। पर नौकरशाही में अब इससे ज्यादा उनके पलटीमार दांव की चर्चा जोरों पर है।
विभागीय मंत्री से किनारा
-कहा जा रहा है कि चीफ सेक्रेटरी बनने के लिए सिंघल ने सरकार के वरिष्ठ मंत्री शिवपाल सिंह यादव से भी किनारा करना शुरू कर दिया है।
-बीते दिनों सीएम आवास पर हुए एक कार्यक्रम में उनका यह करतब दिखा भी।
-कार्यक्रम के दौरान शिवपाल सिंह मौजूद नहीं थे और उनकी गैर मौजूदगी में इस वरिष्ठ आईएएस ने अपने संबोधन में उन्हें कोई तवज्जो नहीं दी।
-हालांकि, इससे पहले हर कार्यक्रम में वह शिवपाल सिंह के गुण गाते नजर आते थे।
अमर के साथ विवादों में रहे
-बताना जरूरी है कि हाल में सपा से राज्यसभा भेजे गए अमर सिंह दीपक सिंघल के लिए लॉबीइंग करने के लिए लखनऊ में 2 दिन डेरा डाले रहे।
-खबर है कि मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने दीपक की सिफारिश पर ध्यान नहीं दिया और विदेश दौरे पर निकल गए।
-यह वही दीपक सिंघल हैं जो अमर सिंह के विवादित टेप में उनसे बात करते हुए चर्चा में आए थे।
अचानक बदलाव
-एकाएक उनके अंदर आए इस बदलाव की नौकरशाही में खासी चर्चा है।
-यहां तक कि कार्यक्रम समाप्त होने के बाद जब कुछ पत्रकारों ने उनसे पूछा कि विभागीय मंत्री शिवपाल जी नहीं आए, तो सफाई देने के बजाए उन्होंने इसे खारिज कर दिया।
-दीपक सिंघल का जवाब था, कि शिवपाल नहीं आए तो क्या हुआ? यानि मंत्री के आने न आने से कार्यक्रम या खुद सिंघल पर कोई फर्क नहीं पड़ता।
सीएम की पंसद हैं प्रवीर
-मुख्य सचिव पद से आलोक रंजन के रिटायर होने के बाद अब पद के कई दावेदार सामने आए हैं।
-बात करें राजस्व परिषद के मुखिया 1978 बैच के अनिल कुमार गुप्ता की तो सितम्बर में ही उनका रिटायरमेंट है।
-अब उन्होंने खुद को इस दौड़ से बाहर मान लिया है।
-जहां तक सीएम की पसंद का सवाल है, तो 1982 बैच के प्रवीर कुमार सीएम के पंसदीदा अफसरों में गिने जाते हैं।
और भी दावेदार
-प्रवीर के अलावा 1980 बैच के राकेश गर्ग, आराधना जौहरी, शंकर अग्रवाल केंद्रीय सेवा में हैं।
-1981 बैच के अनिल स्वरूप, एके विश्नोई, बलविंदर कुमार और देवेंद्र चौधरी भी केंद्र में।
-एनआरएचएम घोटाले को लेकर प्रदीप शुक्ला विवादों मे हैं।
-1983 बैच के अफसर प्रमुख सचिव वित्त राहुल भटनागर को भी सीएम के पसंदीदा अफसरों में गिना जाता है।
सीएम के लौटने पर फैसला
-फिलहाल कृषि उत्पादन आयुक्त प्रवीर कुमार कार्यकारी मुख्य सचिव बनाए गए हैं।
-अब इस पद पर नियुक्ति किसकी होगी, इसका फैसला सीएम के विदेश यात्रा से लौटने के बाद ही होगा।