आलोक रंजन को मिले तीन माह के एक्सटेशन से कहीं खुशी कहीं गम

Update: 2016-03-25 08:58 GMT

लखनऊ: यूपी के सीएस आलोक रंजन को मिला तीन महीने का सेवा विस्तार उनके लिए होली का तोहफा साबित हुआ है जबकि इससे अनिल कुमार गुप्ता जैसे अधिकारी कुछ ज्यादा ही निराश हुए होंगे ।

अनिल कुमार गुप्ता 1979 बैच के आईएएस अधिकारी हैं और अभी राजस्व बोर्ड के चेयरमैन पद पर हैं ।उन्हें 30 सितम्बर 2016 को रिटायर होना है ।उनके लिए सीएस बनने का मौका अभी और कभी नहीं जैसा था लेकिन ऐ संभव नहीं हो सका ।उन्हें उम्मीद थी कि वे छह महीने के लिए ही सही सीएस बन यूपी की सेवा करेंगे लेकिन आलोक रंजन को मिले सेवा विस्तार ने उनकी उम्मीदों पर पानी फेर दिया ।

सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार अनिल कुमार गुप्ता ,आलोक रंजन को मिले सेवा विस्तार के बाद सीएम अखिलेश यादव से मिले और अपनी मायूसी जाहिर की ।उन्होंनें सीएम से ये भी कहा क्या वीआरएस ले लूं ।

इसीतरह 1982 बैच के आईएएस प्रवीर कुमार भी सीएस बनने की दौड में शामिल थे ।एग्रीकल्चर प्रोडक्शन आयुक्त पद पर तैनात प्रवीर कुमार को आलोक रंजन का नेचुरल सक्सेसर माना जा रहा था ।नौकरशाही में सीएस के बाद उनका पद सबसे बडा है ।लेकिन उनके लिए अभी मौके हैं ।वे 2019 में रिटायर होंगे । लिहाजा उनके पास अभी निराश होने का काई कारण नहीं है ।उनके बैच मेट दीपक सिंघल ,अभी यूपी में प्रमुख सचिव सिंचाई के पद पर हैं। वे भी सीएस पद के लिए प्रयासरत थे लिहाजा उन्हें भी निराशा हुई होगी ।हालांकि वे भी 2019 में रिटायर होंगे ।

इनके अलावा भारत सरकार में सचिव पद पर तैनात 1981 बैच के अनिल स्वरूप ,1982 बैच के नीरज कुमार,जी एस दीपक और रोहित नंदन हैं जो इस पद के योग्य माने जा रहे हैं ।

Tags:    

Similar News