नई दिल्ली : भारत के पहले मिस्टर यूनिवर्स बनने वाले मनोहर आइच का रविवार को पूर्वोत्तर कोलकाता के बगुआती स्थित अपने घर में 102 साल की उम्र में निधन हो गया। वह पिछले काफी समय से कई बीमारियों से जूझ रहे थे. ऐच के दो बेटे तथा दो बेटियां हैं और उनकी पत्नी का पहले ही निधन हो चुका हैं। मनोहर ने साल 1952 में मिस्टर यूनिवर्स का खिताब अपने नाम किया था।
इसके अलावा एशियन गेम्स में उन्होंने तीन गोल्ड मेडल्स भी जीते थे। मनोहर को उनके छोटे कद (4.11 फीट) की वजह से “पॉकेट हरक्यूलिस” कहा जाता था। मनोहर आइच ने साल 1942 में ब्रिटिश सेना में रॉयल एयर फोर्स में शामिल हुए थे। वहां उन्हें एक ब्रिटिश अफसर को थप्पड़ मारने पर जेल हो गई थी । वह जेल में ही कसरत किया करते थे। इस पर जेलर ने खुश होकर खाने के लिए स्पेशल इंतजाम किए थे।
मनोहर आइच भारतीय जादूगर पीसी सरकार सीनियर के साथ बॉडी बिल्डिंग का शो भी करते थे। पीसी सरकार सीनियर जादू का शो करते और आइच बॉडी बिल्डिंग की नुमाइश करते। शो का नाम फिजिक एंड मैजिक था।
मनोहर ने 275 पाउंड तनाव वाली स्प्रिंग को खींचकर स्प्रिंग पुलिंंग की वर्ल्ड चैंपियनशिप भी जीती थी। लंदन में हुए मिस्टर यूनिवर्स प्रतियोगिता में जाने के लिए जरूरी पैसे जुटाने के लिए मनोहर ने पूरे शहर में चैरिटी शो किए। वे जब मिस्टर यूनिवर्स बनकर लौटे तो रेलवे ने उनके घर वापस आने का टिकट स्पांसर किया था ।