मुंबई: पंजाब नेशनल बैंक घोटाले में फंसे हॉन्ग कॉन्ग स्थित भारतीय बैंक अगर अपने भुगतान समय से नहीं कर पाए, तो यह उन पर पड़ रहे प्रभाव का संकेत होगा। इसलिए हॉन्ग कॉन्ग का सेंट्रल बैंक और हॉन्ग कॉन्ग मॉनेटरी अथारिटी पीएनबी धोखाधड़ी मामले के खुलासे पर कड़ी निगाह गड़ाए हुए हैं।
हॉन्ग कॉन्ग में इलाहाबाद बैंक और एक्सिस बैंक की शाखाओं की ओर से पीएनबी द्वारा जारी किए गए एलओयू के विरुद्ध आठ भुगतान लंबित हैं। यदि 24 फरवरी तक यह भुगतान नहीं हुए तो उनके विरुद्ध रेगुलेटरी कार्रवाई पर विचार किया जा सकता है।
यूको बैंक के हॉन्ग कॉन्ग ऑफिस ने मेहुल चोकी की फर्मों जैसे गीतांजलि जेम्स बीएसई, गिली इंडिया और नक्षत्र के लिए 166 ट्रांजेक्शन किये गए हैं। इसी तरह हॉन्ग कॉन्ग स्थित यूनियन बैंक ऑफ इंडिया ने इन्हीं फर्मों को 77 ट्रांजेक्शन किए हैं। इन 77 में से 59 फरवरी में ही परिपक्व हो रहे हैं।
बैंक के अंतरराष्ट्रीय विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि भारतीय बैंकों की ड्यूज के भुगतान में विफलता देश के बाहर के नियामकों द्वारा क्षम्य नहीं होगी।