लखनऊ: रामपुर स्थित जौहर विवि अब अपने ऑफ कैंपस, ऑफशोर कैंपस और वर्चुअल कैंपस खोल सकेगा। गुरुवार को विधानसभा में इससे संबंधित मुहम्मद अली जौहर विश्वविदयालय (संशोधन) विधेयक 2016 को पारित कर दिया गया।
इसके अलावा सदन में उत्तर प्रदेश राज्य विश्वविदयालय (संशोधन) विधेयक, 2016 को भी पारित किया गया। इसके तहत पूर्व पीएम चंद्रशेखर की स्मृति में बलिया में जननायक चंद्रशेखर विश्वविदयालय के नाम से एक यूनिवर्सिटी की स्थापना की जाएगी।
सुरेश खन्ना ने जौहर विवि संशोधन विधेयक पर की चर्चा की मांग
गुरुवार को सदन में जब मुहम्मद अली जौहर विश्वविदयालय (संशोधन) विधेयक 2016 को पुर:स्थापित किया जा रहा था। उसी समय भाजपा विधानमंडल दल के नेता सुरेख खन्ना ने सवाल उठाते हुए कहा कि जौहर अली विश्वविदयालय यूजीसी ग्रांट कमीशन के अंतर्गत है कि नहीं और यूनिवर्सिटी का परफॉरमेंस आना चाहिए। इस पर चर्चा होनी चाहिए।
आजम का जवाब
-आजम ने कहा- जहां तक परफॉरमेंस की बात है। विवि 50 एकड़ में बनता है लेकिन यह यूनिवर्सिटी 450 एकड़ में बनी है। इसमें पर्याप्त फेकल्टी हैं।
-मेजारिटी में यहां हिन्दू काम कर रहे हैं। सब लोग मिलकर इसे चला रहे हैं।
-एक स्कूल ला मार्ट को कॉपी किया है। सीबीएसई बोर्ड का स्कूल है शुरू हो चुका है।
-यहां फीस केवल 20 रुपए है। इसके बाद यह विधेयक सर्वसम्मति से पास हुआ।
चंद्रशेखर यूनिवर्सिटी के 5 जिले होंगे कार्य क्षेत्र
-इसका कार्य क्षेत्र चंदौली, मिर्जापुर, संतरविदास नगर, सोनभद्र और वाराणसी जिले होंगे।
-बलिया यूपी के पूर्वांचल इलाके से आता है।
-यूपी के अन्य विवि जैसे—दीन दयाल उपाध्याय विवि, गोरखपुर, वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विवि, जौनपुर और महात्मा गांधी काशी विदयापीठ, वाराणसी, बलिया से दूर स्थित हैं।
-बलिया शैक्षणिक रूप से पिछड़ा हुआ जिला है।
-बलिया के आस-पास इलाकों के छात्रों को उच्च शिक्षा पाने के लिए कठिनाइयों का सामना कर रहे हैं।
-यह पूर्व पीएम चन्द्रशेखर का भी जन्म स्थान है।
-यहां विवि की स्थापना के लिए उप्र राज्य विवि अधिनियम, 1973 में संशोधन संबंधी विधेयक गुरूवार को विधानसभा में पारित किया गया।