चेन्नई: विधानसभा चुनाव परिणामों के गुरुवार के आ रहे नतीजों को देखते हुए तमिलनाडु की सत्तारूढ़ ऑल इंडिया अन्ना द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (एआईएडीएमके) सत्ता में वापसी करने जा रही हैं। जयललिता लगातार दूसरी बार सीएम बनने की राह पर हैं। तमिलनाडु की सीएम जे. जयललिता ने गुरुवार को चुनावों में जीत का दावा किया।
द्रमुक परिवार का हुआ राजनीति अंत
जयललिता ने कहा कि द्रमुक के परिवार की राजनीति का अंत हो गया है। इस जीत के लिए उन्होंने राज्य की जनता का आभार जताया। जयललिता ने कहा कि लोगों ने द्रमुक के ‘झूठे अभियान को नकार दिया’। उन्होंने एआईएडीएमके की ‘ऐतिहासिक जीत’ के लिए मतदाताओं को धन्यवाद दिया।
डीएमके के समर्थकों में थी मायूसी
चुनावी रुझानों में जैसे ही जयललिता की पार्टी एडीएमके ने बढ़त बनानी शुरू की, उनके आवास के बाहर बड़ी संख्या में समर्थकों की भीड़ जमा होने लगी और वहां जश्न शुरू हो गया। वहीं डीएमके के प्रमुख 93-वर्षीय करुणानिधि की पार्टी के नेताओं और उनके समर्थकों में मायूसी का माहौल है।
बदला इतिहास
गौरतलब है कि तमिलनाडु की राजनीति में यह 28 साल पुराना इतिहास है कि एक सरकार पांच साल का कार्यकाल पूरा करने के बाद दोबारा सत्ता में नहीं लौटती, लेकिन इस बार ये रिकॉर्ड टूट गया। जयललिता 28 साल के इतिहास को नया मोड़ देते हुए एक बार फिर मुख्यमंत्री की कुर्सी पर काबिज होने जा रही हैं।
ज्ञात हो कि साल 2011 में जयलिलता ने डीएमके को करारी हार देते हुए 150 सीटें हासिल की थीं। 2011 डीएमके हिस्से 23 सीटें आई थी।