सपा महासचिव रामगोपाल यादव के खिलाफ देशद्रोह का मुकदमा दर्ज, जानें क्या है वजह?

समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव राम गोपाल यादव के खिलाफ कानपुर के सीजेएम कोर्ट में एक अधिवक्ता ने परिवाद दाखिल कराया है। कोर्ट ने 10 अप्रैल को सुनवाई की अगली तारीख दी है।

Update: 2019-03-25 14:37 GMT
District Court Kanpur

कानपुर: समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव रामगोपाल यादव के खिलाफ मुकदमा दर्ज। मुकदमा कानपुर के सीजेएम कोर्ट में एक अधिवक्ता ने दाखिल कराया है। कोर्ट ने 10 अप्रैल को सुनवाई की अगली तारीख दी है। राम गोपाल यादव ने पुलवामा आतंकी हमले पर विवादित बयान दिया था।

ये था विवादित बयान

उन्होंने कहा था कि पुलवामा हमला वोट की साजिश की वजह से कराया गया था। वरिष्ठ अधिवक्ता रविकांत ने सोमवार को सीजेएम कोर्ट में परिवाद दाखिल कराया है। मुकदमे का आधार उनका यही बयान है।

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बीते 14 फरवरी 2019 को पुलवामा आतंकी हमले में 40 जवान शहीद हो गए थे। इस आतंकी हमले के बाद देश को राजनीती में भूचाल आ गया था। पूरे देश में आतंकी हमले का मुंहतोड़ जवाब देने की मांग उठने लगी थी। इस बीच कई राजनेताओं के विवादित बयान भी सामने आए थे।

इसी बीच सपा के राष्ट्रीय महासचिव राम गोपाल का बयान आया था जिसमे उन्होंने कहा था कि पुलवामा आतंकी हमले में साजिश है। यह हमला वोट के लिए कराया गया है।

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वादी रविकांत के मुताबिक सपा के राष्ट्रीय महासचिव राम गोपाल यादव का यह बयान देश द्रोह की श्रेणी में आता है। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को इस साजिश के पीछे बताया था।

जबकि एनआईए की जाँच में यह स्पष्ट हुआ कि पुलवामा आतंकी हमले का जिम्मेदार पाकिस्तान में बैठा मसूद अजहर था। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एयर स्ट्राईक कर के आतंकवादियों के कई ठिकानों को नष्ट कर दिया था।

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उन्होंने बताया कि रामगोपाल यादव के बयान के आधार पर परिवाद दाखिल कराया है। यह राष्ट्र द्रोह की श्रेणी में आता है इसमें आजीवन कारावास की सजा का प्रावधान है। ऐसे बयानों पर जब तक उचित कार्यवाई नही होगी, देश के जिम्मेदार नेता बयानबाजी करते रहेंगे।

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