लखनऊ: रस्सी जल गई लेकिन ऐंठ नहीं गई। कुछ ऐसा ही हुआ है उत्तर प्रदेश के सबसे बडे नौकरशाह के साथ, जिनकी विदाई बहुत जल्द हो गई और उनको पोस्टिंग भी कोई खास नहीं दी गई। लेकिन उनकी उम्मीदों का स्तर भी कम नहीं हुआ है बल्कि और ज्यादा बढ़ गया है।
हाल ही में राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में एक पार्टी हुई जिसमें यूपी के अधिकतर नौकरशाह शामिल हुए थे। अपने लोगों से बात करते हुए उनका दंभ और दर्द दोनों बाहर आ गया। एक ओर तो उन्होंने कह दिया कि उन्हें खारिज करने की गलती नहीं की जाए। उनका दावा था कि यूपी में नौकरशाह की सबसे बडी कुर्सी पर बैठे व्यक्ति से हुक्मरान खुश नहीं हैं और उन्हें कभी भी हटाया जा सकता है। साथ ही उन्होंने ये दावा भी कर डाला कि इस हालत में उनका वापस पुराने पद पर आना पक्का है।
बड़बोलेपन में उन्होंने यह तक कह डाला कि उनको हटा कर सूबे के हुक्मरान पछता रहे हैं। अब एकतरफा दावे का तोड़ तो किसी के पास नहीं है, सिवाय इसके कि इंतजार किया जाए और देखा जाए कि क्या होता है। ये वही नौकरशाह हैं जिन्होंने राज्य का सबसे बडा पद पाने के लिए फ्लाईट में सपा अध्यक्ष मुलायम सिंह की चिरौरी की थी और सीएम अखिलेश यादव को दिमाग से बच्चा कह दिया था।