पटना : बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सोमवार को कहा कि देश भर में किसानों के विरोध-प्रदर्शन की वजह नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार द्वारा न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) के वादों को पूरा नहीं करना है। सीएम ने चेतावनी देते हुए कहा कि 'केंद्र की उदासीनता के कारण आने वाले दिनों में कृषि क्षेत्र में और संकट पैदा होंगे।'
नीतीश ने कहा, "किसान बद्तर हालात में हैं, लेकिन केंद्र सरकार को उनकी फिक्र नहीं है। सरकार द्वारा कृषि उपज के लिए एमएसपी लागू करने में विफल होने के कारण किसानों को प्रदर्शन के लिए मजबूर होना पड़ा है। कृषि उपज की कम कीमतों के कारण देश कृषि संकट का सामना कर रहा है।"
बिहार के मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि भारतीय जनता पार्टी के नेतृत्व वाली राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन सरकार ने साल 2014 में वादा किया था कि वह किसानों के लिए 50 फीसदी अतिरिक्त प्रोत्साहन राशि के साथ एमएसपी को लागू करेगी। उन्होंने पूछा, "उस वादे का क्या हुआ?"
उन्होंने यह भी कहा, "कर्ज माफी किसानों की समस्याओं का समाधान नहीं है क्योंकि वे अलग-अलग जगहों पर अलग-अलग समस्याओं का सामना कर रहे हैं।"
नीतीश ने कहा, "साल 2014 में हुए लोकसभा चुनाव से पहले चुनाव प्रचार के दौरान मोदी ने किसानों को एमएसपी प्रदान करने का वादा किया था। लेकिन अभी तक उसकी घोषणा नहीं हुई। भाजपा ने किसानों के लिए कई वादे किए थे, लेकिन अब उन सबको भूल चुकी है।"
मुख्यमंत्री ने कहा कि केंद्र सरकार अभी तक देश के किसानों के लिए एक राष्ट्रीय नीति नहीं बना पाई है। उन्होंने कहा, "किसान खुदकुशी कर रहे हैं, क्योंकि उनकी उपज की उन्हें पर्याप्त कीमत नहीं मिल रही है।"
सीएम ने कहा, "महाराष्ट्र में मराठों तथा गुजरात में पाटीदारों द्वारा आरक्षण मांगने का मूल कारण कृषि संकट है।"