Priyanka Tiwariलखनऊ: एलयू की टैगोर लाइब्रेरी में संविधान की मूल प्रति पिछले 57 साल से संरक्षित है, जिसपर देश के पहले प्रेसिडेंट राजेन्द्र प्रसाद,पहले पीएम जवाहरलाल नेहरू ,संविधान सभा के सदस्य बाबा साहब भीमराव अंबेडकर समेत तत्कालीन सांसदों के हस्ताक्षर हैं।
लाइब्रेरी जल्द बनेगा म्यूजियम
लाइब्रेरियन ज्योति मिश्रा ने कहा कि ये सभी पाठकों के लिए उपलब्ध नहीं है। इसे विशेष व्यक्ति के आने या खास मौके पर अनुमति मिलने पर दिखाया जाता है। लाइब्रेरी का जल्द ही म्यूजियम बनने वाला है। ये तीन साल में तैयार हो जाएगा। सरकार से अनुदान मिल गया है। म्यूजियम में मेन्युस्क्रिप्ट,कला वस्तुएं भी रखी जाएंगी। विश्वविद्यालय का टैगोर पुस्तकालय भारत के प्रतिष्ठित पुस्तकालयों में से एक माना जाता है। यहां लगभग 5 लाख पुस्तकें तथा 9000 शोध ग्रंथ उपलब्ध हैं। पुस्तकालय में लगभग 50,000 शोध पत्रिकाएं और पाण्डुलिपियां भी हैं । पुस्तकालय लखनऊ विश्वविद्यालय की वेबसाइट के द्वारा भली-भांति जुड़कर कम्प्यूटरीकृत हो रहा है।
लाइब्रेरी में स्टूडेंट की कमीलाइब्रेरी को बदलते दौर के हिसाब से कम्प्यूटरीकृत किया गया है। अब छात्र घर बैठे लाइब्रेरी कैटलॉग चेक कर सकते है। कैटलाग के साथ ही साथ रिसर्च पेपर, डिजरटेशन व पिछले 4 साल के प्रश्नपत्रों को भी साइट पर अपलोड कर दिया गया है ताकि छात्रों को सभी सुविधाएं इस दौर के हिसाब से मिल सकें। बदलते दौर में लाइब्रेरी आने वाले छात्रों की संख्या में काफी कमी आयी है। अब वही छात्र लाइब्रेरी आते है जो बाहर से बुक नही खरीद सकते या वो जो रिसर्च कर रहे है।