नई दिल्ली: आजकल महिलाएं हर क्षेत्र में अपनी सफलता के झंडे गाड़ रही हैं। दुनिया का कोई भी ऐसा क्षेत्र नहीं है, जहां महिलाओं ने अपनी प्रतिभा का लोहा न मनवाया हो। फ़ुटबॉल की अंतरराष्ट्रीय नियामक संस्था फीफा के इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ है, जब किसी महिला को इसके महासचिव के रूप में चुना गया है। फीफा में महिला महासचिव बनने के बाद सैम्सूरा उन लोगों के लिए एक और सबक बन गई हैं, जो महिलाओं को हीन दृष्टि से देखते हैं।
कौन हैं सैम्यूरा
- सैम्यूरा फीफा की महासचिव के रुप में चुनी गईं।
-54 वर्षीय फातिमा सांबा जूफ़ सैम्यूरा सेनेगल की निवासी हैं।
-उन्होंने 21 वर्षों तक संयुक्त राष्ट्र में भी काम किया।
-वह अब जून से फीफा के लिए काम करेंगी।
जैरूम वाल्क का स्थान लेंगी
-सैम्यूरा की नियुक्ति की घोषणा करते हुए फीफा के अध्यक्ष जानी इन्फैनटिनो ने उनकी तारीफ की।
-उन्होंने कहा कि सैम्यूरा संस्था के लिए एक ताजा हवा के झोंके की तरह होंगी।
-वे बाहर से हैं और संस्था में नई भी हैं।
-सैम्यूरा ने जैरूम वाल्क का स्थान लिया है, जिन्हें बीते साल भ्रष्टाचार के आरोपों में बर्खास्त कर दिया गया था।