आरोपों के कठघरे में है इस स्टाफ नर्स की कारस्तानी जानिये क्या है मामला
अम्बेडकर नगर। नवजात रात भर कराहता रहा लेकिन बेदर्द स्टाफ नर्स का दिल नही पसीजा और पैसे की मांग पूरी न होने के कारण उसने चिकित्सक को सही समय पर सूचना नही दी। परिणाम वही हुआ जिसकी एक माँ बाप कल्पना नही कर सकते। सुबह होते होते नवजात ने दम तोड़ दिया।
अम्बेडकर नगर। नवजात रात भर कराहता रहा लेकिन बेदर्द स्टाफ नर्स का दिल नही पसीजा और पैसे की मांग पूरी न होने के कारण उसने चिकित्सक को सही समय पर सूचना नही दी। परिणाम वही हुआ जिसकी एक माँ बाप कल्पना नही कर सकते। सुबह होते होते नवजात ने दम तोड़ दिया।
पीड़ित परिजनों ने जिला अस्पताल के कर्मियों की लूट खसोट की शिकायत मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ वीके गौतम से की है जिस पर उन्होंने जांच कर कार्यवाही का आश्वासन दिया है लेकिन सवाल यह है कि आखिर जिला अस्पताल की व्यवस्था में बदलाव कब आ सकेगा। कब इस लूट खसोट की पद्धति से मरीजो को छुटकारा मिल सकेगा।
अकबरपुर थानान्तर्गत देवरायपुर निवासी महेश कुमार वर्मा ने अपनी पत्नी रामा को प्रसव के लिए 14 जुलाई की रात लगभग 9 बजे जिला अस्पताल में भर्ती कराया था। आरोप है कि मौके पर मौजूद स्टाफ नर्स ने भर्ती करने के लिए पैसे की मांग की।
किसी तरह भर्ती हो जाने के बाद सामान्य प्रसव के तहत बच्चा पैदा हुआ जिसके बाद नर्स व आया ने दो हजार रूपये ले लिए। प्रसव के उपरांत जच्चा बच्चा को वार्ड संख्या दो में रखा गया था।
15 जुलाई की रात बच्चे की तबियत अचानक ख़राब हो गयी। स्टाफ नर्स को जानकारी देने के बाद भी उसने आन काल चिकित्सक को सूचना नही दी। इसके अलावा वह लगातार पैसे की मांग करती रही। अंततः इलाज के अभाव में नवजात की 16 जुलाई की सुबह मौत हो गयी।
जांच करवाते हैं
नवजात की मौत की जानकारी होने के बाद उसकी माँ का रो रोकर बुरा हाल था। स्टाफ नर्सो की कारस्तानी की शिकायत पीड़ित ने सीएमएस को दी जिस पर एक बार फिर रटा रटाया जवाब दिया गया कि जाँच करवाते हैं।
सवाल यह है कि अर्से से एक ही स्थान पर जमी चर्चित नर्स को हटाया क्यों नही जा रहा है। जिस स्टाफ नर्स पर अक्सर प्रसव के बदले रुपया मांगे जाने का आरोप लगता रहा है उस पर चिकित्सालय प्रशासन इतना मेहरबान क्यों है।