. पढ़ाई के समय मन इधर-उधर बहुत भागता है। यह समस्या ढेरों छात्रों की होती है। आज के मोबाइल और कंप्यूटर के युग में तो यह समस्या और भी बढ़ गई है। लेकिन कुछ आसान उपाय करके मन की एकाग्रता बढ़ाई जा सकती है।
. पढ़ाई के कमरे में मां सरस्वती का छोटा-सा चित्र लगाएं। पढऩे के लिए बैठने से पूर्व माता के समक्ष कपूर का दीपक जलाएं अथवा तीन अगरबत्ती जलाकर हाथ जोड़ कर माता से प्रार्थना करें। फिर पढ़ाई शुरू करें।
. एक थाली में केसर में गंगाजल मिलाकर बनी स्याही से स्वस्तिक का चिह्न बनाएं। उस पर नैवेद्य चढ़ाएं। सामने शुद्ध घी का दीपक जला कर रखें। मां सरस्वती की स्तुति करें। इसके बाद थाली में जल मिलाकर गिलास में डालकर पी लें। ऐसा करने से शिक्षा के क्षेत्र में पूर्ण उन्नति होती है।
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. जिन बच्चों की स्मरण शक्ति कमजोर हो, उन्हें तुलसी के 11 पत्तों का रस मिश्री के साथ नियमित रूप से दें।
. परीक्षाओं से पांच दिन पूर्व से बच्चों को मीठा दही नियमित रूप से दें। उसमें समय परिवर्तन करें। यदि एक दिन सुबह 8 बजे दही दिया है तो अगले दिन 9 बजे, उसके अगले दिन 10 बजे, उसके अगले दिन 11 बजे दें। इस क्रिया को दोहराते रहें और प्रतिदिन एक घंटा बढ़ाते रहें।
कुछ और उपाय
. रुचि एकाग्रता की जननी है। कठिन लगने वाले विषय में जिनकी रुचि है और जिन्होंने उसमें सफलता भी प्राप्त की है, उनका संग बैठ कर करके ज्ञान व रुचि बढ़ायें।
. प्रतिदिन 8-10 प्राणायाम करने चाहिए।
. जो पाठ आज पढ़ाया जाने वाला है उस पर एक नजर डालकर विद्यालय जाना चाहिए। इससे जब वह पढ़ाया जायेगा, तब उस विषय में रुचि अपने आप जागृत होगी।
. हो सके उतना मौन रखें। शांत मन ही एकाग्र हो सकता है।
. सुबह सूर्योदय से पहले स्नान करके पूर्व की ओर मुख करके बैठ जायें। गहरे श्वास लें व ऊं का लम्बा उच्चारण करें।
दिमाग तेज करने के घरेलू उपाय
बढ़ाएं स्मरण शक्ति
. एकाग्रता बढ़ाने के लिए एक कारगार उपाय और है लेकिन यह प्रयोग उन लोगों को करना चाहिए जिनकी आंखें कमजोर न हों। किसी शांत कमरे में बैठ जाएं और दीवार से पेन या पेंसिल की सहायता से एक बिंदु बनालें और उससे तकरीबन 2 फुट की दूरी पर खड़े होकर या बैठकर बिना पलक झपकाए इस बिंदु को देखते रहे और जब आंखों में से पानी आ जाए तो छोड़ दें। इस तरह से आप रोजाना पांच से छह बार इसको दोहराएं ऐसा करने से आपके एकाग्रता शक्ति के साथ-साथ स्मरण शक्ति भी बढ़ जाती है।