ये एप इस तरह बता देगा कि आपके आसपास है कोरोना संक्रमित
यह एप यूजर की लोकेशन की मदद से उसे ट्रैक करेगी और अगर वह किसी कोरोना संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आया है या आसपास रह रहा है तो उसे अलर्ट कर देगी। यह एप यूजर की लोकेशन को हर एक घंटे बाद ट्रैक करती है और उसे बताती है कि उस पर कोरोना वायरस संक्रमण का खतरा है या नहीं।
लखनऊ। कोरोना वायरस के बढ़ते प्रभाव के मद्देनजर भारत सरकार ने कोरोना कवच एप के बीटा वर्जन को लॉन्च किया है। इस एप के सभी फीचर्स की टेस्टिंग की जा रही है। इसे एंड्रॉयड यूजर्स गूगल प्ले स्टोर से डाउनलोड कर सकते हैं। मुमकिन है कि आप इसे डाउन लोड करना चाहें तो अभी ये न हो क्योंकि अभी क्षेत्रवार टेस्टिंग की जा रही है।
यह एप यूजर की लोकेशन की मदद से उसे ट्रैक करेगी और अगर वह किसी कोरोना संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आया है या आसपास रह रहा है तो उसे अलर्ट कर देगी। यह एप यूजर की लोकेशन को हर एक घंटे बाद ट्रैक करती है और उसे बताती है कि उस पर कोरोना वायरस संक्रमण का खतरा है या नहीं। इस एप में यूजर को छह सवालों वाला एक फॉर्म ऑप्शंस में जाकर भरना होगा, इसमें कोरोना के संभावित लक्षणों से जुड़े कुछ सवाल पूछे गए हैं, जैसे- आपको सांस लेने में दिक्कत तो नहीं, या फिर आप विदेश से तो नहीं लौटकर आए हैं आदि।
यह एप लोकेशन के आधार पर सबसे उपर एक कलर शो करेगी। ग्रीन कलर का मतलब है कि सब ठीक है। ऑरेंज कलर का मतलब है कि आपको डॉक्टर के पास जाने की जरूरत है। यलो कलर क्वारंटीन होने का संकेत देता है। वहीं रेड कलर का मतलब है कि आप इन्फेक्टेड हैं।
इस जगह खतरा है बता देगा
अगर आप कर्फ्यू ड्यूटी पास लेकर घर से बाहर जाते हैं तो आप बीच में दिख रहे कवच आइकन पर टैप कर इसे ऐक्टिवेट कर सकते हैं, जो आपके मूवमेंट को हर एक घंटे बाद ट्रैक करेगा। अगर आप खुद को क्वारंटीन या इन्फेक्टेड मार्क किए गए किसी भी इनसान के सम्पर्क में आते हैं तो आपको यह एप अलर्ट देगा।
चीन ने कोरोना प्रभावित क्षेत्रों में आनन फानन में ये एप लांच कर दिया था। वहाँ इसे ग्रीन कोड का नाम दिया गया। चीन ने इस एप समेत कई टेक्निकल उपायों से एक एक व्यक्ति को ट्रैक करके बीमारी को फैलने से रोका था।