स्टॉकहोम: गुरुत्वीय तरंगों की खोज करने वाले अमेरिकी वैज्ञानिकों को इस साल भौतिकी का नोबेल पुरस्कार मिला है। नोबेल पुरस्कार देने वाली कमेटी ने इस साल भौतिक विज्ञान के लिए तीन लोगों को संयुक्त रूप से चुना है। पुरस्कार की आधी रकम जर्मनी में पैदा हुए वाइस को मिलेगी, जबकि आधा इनाम थोर्ने और बैरिश में बांटा जाएगा।
बता दें, कि नोबेल पुरस्कार के लिए चुने गए राइनर वाइस मैसाचुसेट्स इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी से जुड़े हैं, जबकि बैरी बैरिश और किप थोर्ने कैलिफोर्निया इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी से जुड़े हैं। गुरुत्वीय तरंगों की खोज में इन तीनों वैज्ञानिकों ने अहम भूमिका निभाई है। कई महीनों के बाद जब इस खोज का ऐलान किया गया था तब ना सिर्फ भौतिक विज्ञानियों में बल्कि आम लोगों में भी सनसनी फैल गई थी।
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बताया जा रहा है कि इन तीनों अमेरिकी वैज्ञानिकों ने गुरुत्वीय तरंगों के अस्तित्व का पता लगाया और अल्बर्ट आइंस्टाइन के सदियों पुराने सिद्धांत को सच साबित किया। ये तीनों वैज्ञानिक लेजर इंटरफेरोमीटर ग्रैविटेशनल वेव ऑब्जर्वेशन यानी लीगो रिसर्च प्रोजेक्ट से जुड़े थे, जिसने आंस्टाइन के ग्रैविटेशनल रिलेटिविटी के सिद्धांत को सच साबित करने में सफलता पाई।