...तो कांग्रेस सिंह बने हैं भाजपा के अध्यक्ष, आप भी जानिये ये हकीकत
मिशन 2022 की रणनीति के तहत भाजपा हाईकमान ने स्वतंत्रदेव सिंह को यूपी प्रदेश की कमान सौंपी है। स्वतंत्र देव सिंह की सबसे बडी खास बात यह है कि उनका एक नाम ‘कांग्रेस सिंह’ भी है। उनके बचपन के कई मित्र और साथी उन्हे आज भी इसी नाम से पुकारते है।
श्रीधर अग्निहोत्री
लखनऊ। मिशन 2022 की रणनीति के तहत भाजपा हाईकमान ने स्वतंत्रदेव सिंह को यूपी प्रदेश की कमान सौंपी है। स्वतंत्र देव सिंह की सबसे बडी खास बात यह है कि उनका एक नाम ‘कांग्रेस सिंह’ भी है। उनके बचपन के कई मित्र और साथी उन्हे आज भी इसी नाम से पुकारते है।
भाजपा ने खेला पिछडा कार्ड
भाजपा हाईकमान ने पिछड़ा कार्ड खेलकर सपा बसपा अगले विधानसभा चुनाव में पूरी तरह से नेस्तानाबूद करने की योजना है। कुशल संगठनकर्ता स्वतंत्र देव सिंह इस समय प्रदेश के परिवहन मंत्री है लेकिन सांगठनिक क्षमता के तौर पर पार्टी में उनकी अलग पहचान है।
स्वतंत्रदेव सिंह यूपी भाजपा के 14वें अध्यक्ष बने है। इसके पहले माधव प्रसाद त्रिपाठी कल्याण सिंह राजेन्द्र गुप्ता कलराज मिश्र राजनाथ सिंह ओमप्रकाश सिंह विनय कटियार केशरीनाथ त्रिपाठी डा रमापति राम त्रिपाठी सूर्य प्रताप शाही डा लक्ष्मीकांत वाजपेयी केशव प्रसाद मौर्या महेन्द्र नाथ पाण्डेय प्रदेश अध्यक्ष रहे हैं।
बुंदेलखण्ड है राजनीतिक पाठशाला
पूर्वाचंल के मिर्जापुर क्षेत्र में जन्मे स्वतंत्रदेव सिंह का कर्मक्षेत्र वैसे तो पूरा यूपी रहा है पर उन्होंने सांगठानिक शुरूआत बुंदेलखण्ड से ही की। जहां उन्होंने काफी कार्य किया है। इसके अलावा सांगठनिक क्षेत्र से बंटे भाजपा संगठन में अधिकतर उन्होंने इसी क्षेत्र में कार्य किया। स्वतंत्रदेव सिंह की सबसे बडी पहचान है कि वह प्रत्येक कार्यकर्ता को पहचानने के साथ ही उसको नाम से भी जानते हैं।
स्वतंत्र देव सिंह की पत्नी स्वाती सिंह भी योगी मंत्रिमंडल में मंत्री हैं। मायावती के प्रति टिप्पणी को लेकर चर्चा में आने के बाद स्वाती सिंह ने आगे बढ़कर पति का बचाव किया था। इसके बाद हुए विधानसभा चुनाव में स्वाती सिंह को टिकट मिला था और वह विजयी रही थीं।
स्वतंत्र देव सिंह मूलतः संगठन के व्यक्ति हैं और कई महत्वपूूर्ण पदों पर रह चुके हैं। स्वतंत्रदेव सिंह अपनी मिलनसारिता और वाकपटुता के लिए जाने जाते हैं।