यूपी विधानसभा में हंगामा, अभिभाषण के दौरान राज्यपाल की तरफ फेंके गए कागज

Update:2017-05-15 11:30 IST

लखनऊ: उत्तर प्रदेश विधानसभा का ग्रीष्मकालीन सत्र शुरू होते ही विपक्ष ने जमकर हंगामा किया। गवर्नर राम नाईक ने सोमवार को राज्य विधानमंडल के संयुक्त सत्र को संबोधित किया। सदन में आते ही राष्ट्रगान शुरू हुआ। राष्ट्रगान के खत्म होते ही सपा और बसपा के विधायकों ने राज्य में कानून-व्यवस्था के मुद्दे पर हंगामा करते हुए उन पर कागज के गोले फेंके। गवर्नर राम नाईक ने हंगामे के बीच ही अपना अभिभाषण पूरा किया। व‍िधानसभा सत्र 22 मई तक चलेगा।

राज्यपाल के पास खड़े मार्शल फेंके जा रहे कागज के गोलों को उनके पास आने से बचाते रहे और राज्यपाल अपना अभिभाषण पढ़ते रहे। सपा विधायक लाल टोपी लगाकर सदन पहुंचे थे। बसपा नेता पोस्टर और तख्तियां लिए हुए थे। विपक्ष ने सीटी बजाकर सदन में तख्तियां और पोस्टर लहराए। सपा विधायक राजेश यादव राजू ने लगातार सीटी बजाकर अपना विरोध दर्ज कराया।

पूरा यूपी देख रहा क्या कर रहा है विपक्ष- राम नाईक

विपक्षी दल कानून-व्यवस्था और किसानों की कर्ज माफ़ी पर विरोध प्रदर्शन कर रहे थे। इस दौरान राज्यपाल भी नाराज हुए और उन्होंने कहा कि पूरा यूपी देख रहा है कि विपक्ष क्या कर रहा है। कागज के गोले हटाने के लिए मार्शल लगातार टेनिस की तरह फाइल कवर से खेलते रहे।



सपा विधायक उधर हंगामा करते रहे और इधर सपा अध्यक्ष अखिलेश हेडफोन लगाकर अभिभाषण सुनते रहे। सदन में जाने से पहले वो कांग्रेस कार्यालय भी गए। विपक्ष के हंगामे पर यूपी कैबिनेट के मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह ने कहा कि हम उम्मीद करते हैं कि विपक्ष अपनी सकारात्मक भूमिका निभाएगा। कानून-व्यवस्था के मुद्दे पर विपक्ष को आत्मनिरीक्षण करना चाहिए। जनता आज संतुष्ट होगी कि उसने सही लोगों को सत्ता से बाहर किया। प्रदेश में कैसी अराजकता थी, उसका प्रमाण विधानसभा में मिल गया।

सपा के नेता विधानमंडल दल राम गोविंद चौधरी ने कहा कि हमने सीटी बजाते किसी को नहीं देखा। बसपा नेता अम्बिका चौधरी ने कहा कि जिस तरह भाजपा गोरक्षा के नाम पर गुंडई कर रही है। उसने सभी विरोधी दलों को बीजेपी को रोकने के लिए कुछ भी करने को तैयार रहना होगा। वहीं, लालजी वर्मा ने कहा कि किसानों के साथ योगी सरकार ने धोखा किया है। राज्यपाल ने पूर्व मुख्यमंत्रियों का अपमान किया।

22 मई तक चलेगा विधानसभा सत्र

यूपी विधानसभा सत्र 22 मई तक चलेगा। इस दौरान सदन की कुल छह बैठकें चलेंगी।

-15 मई 11 बजे राज्य विधानमंडल के दोनों सदनों के समक्ष राज्यपाल का अभिभाषण हो चुका है।

-16, 17 व 18 मई को राज्यपाल के अभिभाषण पर चर्चा।

-19 मई को आधा दिन असरकारी दिवस और आधा दिन विधायी कार्य होंगे।

-20 व 21 मई को बैठकें नही होंगी।

-22 मई को राज्यपाल के अभिभाषण पर चर्चा होगी।



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