चचा भतीजे की रार विपक्षियों का प्रचार
पार्टी की अंदरूनी लड़ाई विपक्षी दलों के लिए चुनाव प्रचार का तैयार मुद्दा है। कुछ न मिले तो कह दो कि इन पार्टी वालों को आपसी सर फुटौव्वल से फुरसत मिले तब तो विकास की सोचेंगे।
लखनऊः पार्टी की अंदरूनी लड़ाई विपक्षी दलों के लिए चुनाव प्रचार का तैयार मुद्दा है। कुछ न मिले तो कह दो कि इन पार्टी वालों को आपसी सर फुटौव्वल से फुरसत मिले तब तो विकास की सोचेंगे। इसी सिद्धान्त पर चलते हुए सत्ता पर आंखें गड़ाए नेता हर रैली और प्रेस कंाफ्रेंस में यही आरोप दोहराते मिलते हैं। और क्यों न कहें, आखिर राजनीति में सब जायज है। और वैसे भी बात कोई गलत नहीं है। प्रदेश में डेंगू जैसी बीमारी के प्रकोप के बीच भी हमारे नेता अपने में मगन रहे। जनता जाए भाड़ में।