CM केजरीवाल ने किया ऐलान- 2022 में उत्तर प्रदेश का विधानसभा चुनाव लड़ेगी AAP

दिल्ली के सीएम अरविन्द केजरीवाल ने सवाल पूछा कि जब दिल्ली के लोगों को मोहल्ला क्लीनिक, मुफ्त बिजली, मुफ्त पानी मिल सकता है तो फिर यूपी के लोगों को क्यों नहीं मिल सकता है?

Update:2020-12-15 12:37 IST
अरविन्द केजरीवाल ने अब तक यूपी में सत्ता में रहे दलों पर निशाना साधते हुए कहा कि यूपी ने अबतक गंदी राजनीति देखी है, ऐसे में अब उसे नया मौका मिलना चाहिए।

नई दिल्ली: आम आदमी पार्टी के प्रमुख और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा है कि उनकी पार्टी 2022 में उत्तर प्रदेश का विधानसभा चुनाव लड़ेगी। ये बात अरविंद केजरीवाल ने मंगलवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में कही।

उन्होंने उत्तर प्रदेश में कोरोना के बढ़ते केस और यहां से जुड़े अन्य मामलों को लेकर सवाल उठाए। सीएम केजरीवाल ने सवाल किया कि अगर दिल्ली में सुविधाएं तैयार की जा सकती हैं, तो यूपी में ऐसा क्यों नहीं हो सकता है।

अरविन्द केजरीवाल बोले कि यूपी की जनता पुरानी राजनीति से त्रस्त हो गई है और आम आदमी पार्टी के साथ खड़ी होगी।

दिल्ली के सीएम अरविन्द केजरीवाल (फोटो- सोशल मीडिया)

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यूपी के लोगों को क्यों नहीं मिल सकता है मोहल्ला क्लीनिक, मुफ्त बिजली और पानी: केजरीवाल

उन्होंने अब तक यूपी में सत्ता में रहे दलों पर निशाना साधते हुए कहा कि यूपी ने अबतक गंदी राजनीति देखी है, ऐसे में अब उसे नया मौका मिलना चाहिए।

देश के सबसे बड़े राज्य में अच्छी सुविधाएं क्यों नहीं हो सकती हैं। सीएम केजरीवाल ने ये भी सवाल पूछा कि जब दिल्ली के लोगों को मोहल्ला क्लीनिक, मुफ्त बिजली, मुफ्त पानी मिल सकता है तो फिर यूपी के लोगों को क्यों नहीं मिल सकता है।

अरविंद केजरीवाल ने अपने संबोधन में कहा कि दिल्ली में यूपी के काफी लोग रहते हैं और यूपी में भी दिल्ली जैसी सुविधाएं मिलनी चाहिए।

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देश का एक-एक आदमी कृषि कानूनों को समझ रहा है: केजरीवाल

इससे पहले किसान आन्दोलन को लेकर बीते दिनों केंद्र सरकार पर हमला बोलते हुए सीएम अरविन्द केजरीवाल ने कहा था कि कोई यह गलतफहमी में ना रहे की इस कानून के विरोध में केवल कुछ किसान हैं, जो धरने पर बैठे हुए हैं बल्कि देश का एक-एक आदमी इन कानूनों को समझ रहा है।

मेरी केंद्र सरकार के साथ गुजारिश है कि इन तीनों बिलों को रद्द किया जाए और एमएसपी पर किसानों की फसल खरीदने का बिल बनाया जाए।

उन्होंने ये कहा कि देश के कई खिलाड़ियों ने किसानों का समर्थन किया है, क्या वे एंटी नेशनल हैं? क्या देश के वकील, व्यापारी एंटी नेशनल हैं? अन्ना हजारे के आंदोलन के दौरान कांग्रेस की सरकार बदनाम करती थी, ठीक उसी तरह किसान आंदोलन को बीजेपी बदनाम कर रही है।

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अन्ना आन्दोलन के समय भी हुआ था ऐसा

दिल्ली के सीएम अरविन्द केजरीवाल ने कहा कि जब हम अन्ना आंदोलन कर रहे थे तब रामलीला मैदान में आंदोलन हो रहा था तो हमारे खिलाफ भी ऐसे ही साजिश की जा रही थी।

कांग्रेस की तरह आज बीजेपी भी किसानों के आंदोलन को बदनाम करने कोशिश कर रही है। कड़े शब्दों में सीएम ने कहा कि इस देश के किसानों को एंटी नेशनल कहने की हिम्मत मत करना।

दिल्ली के सीएम अरविन्द केजरीवाल (फोटो:सोशल मीडिया)

तो क्या ये सभी लोग एंटी नेशनल हैं?

सीएम केजरीवाल ने कहा कि मैं पूछना चाहता हूं कि यहां पर बहुत से पूर्व सैनिक बैठे हुए हैं, जिन्होंने देश की रक्षा करने के लिए अपनी जान की बाजी लगाई थी। क्या यह सभी लोग एंटी नेशनल हैं।

ऐसे कितने ही खिलाड़ी हैं, जिन्होंने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर देश के लिए नाम कमाया और मेडल जीतकर लाए, वो किसानों के साथ बैठे हैं, अपने-अपने घरों में बैठकर दुआएं भेज रहे हैं क्या यह सभी एंटी नेशनल हैं? कितने ही सिंगर और सेलिब्रिटी हैं जो किसानों के बच्चे हैं और किसानों के परिवार से आते हैं। यह सब लोग समर्थन कर रहे हैं, क्या यह सब लोग एंटी नेशनल हैं।

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