मचा घमासान! सावरकर पर कही गई बड़ी बात, जाने दिनभर का घटनाक्रम

जीवीएल नरसिम्हा राव ने ट्वीट कर कहा है कि आपके (राहुल गांधी) लिए अधिक उपयुक्त नाम राहुल जिन्ना है। आपकी मुस्लिम तुष्टिकरण की राजनीति और मानसिकता आपको सावरकर की नहीं, बल्कि मोहम्मद अली जिन्ना की योग्य वारिस बनाती है।

Update:2019-12-15 15:48 IST

नई दिल्ली: कांग्रेस नेता व पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने दिल्ली में केंद्र की मोदी सरकार की आर्थिक नीतिओं के विरोध में बुलाई गई भारत बचाओ रैली में अपने 'रेप इन इंडिया' वाले बयान का ज़िक्र करते हुए कहा कि वो अपने बयान के लिए माफ़ी नहीं मांगेंगे।

उन्होंने रामलीला मैदान में कहा मेरा नाम राहुल सावरकर नहीं है। मेरा नाम राहुल गांधी है। मैं सच्चाई के लिए माफ़ी नहीं मांगूंगा। मर जाऊंगा लेकिन माफ़ी नहीं मांगूंगा।

इसके साथ ही उन्होंने कहा कि माफ़ी प्रधानमंत्री और उनके असिस्टेंट अमित शाह को मांगनी है। पहले अर्थव्यवस्था हमारी शक्ति थी। पहले 9 फ़ीसदी जीडीपी ग्रोथ रेट थी और आज प्याज़ पकड़े हुए हैं।

दरअसल, राहुल गांधी के सावरकर वाले बयान पर बीजेपी और शिव सेना के नेताओं ने कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की है।

अमित मालवीय ने कहा...

बीजेपी के आईटी सेल के प्रभारी अमित मालवीय ने ट्विटर पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा ​है कि इस बार राहुल गांधी सही हैं। वह कभी 'राहुल सावरकर' नहीं हो सकते हैं।

इसके साथ ही उन्होंने कहा कि वीर सावरकर एक राष्ट्रीय आइकन हैं जिनका भारत के राज्य व्यवस्था पर एक सभ्यता मूलक प्रभाव है और आने वाली पीढ़ियों पर इसका प्रभाव बना रहेगा। नेहरू-गांधी परिवार की पांच पीढ़ी उनकी विरासत को माप नहीं सकती।

केन्द्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने कहा...

दूसरी तरफ भाजपा के वरिष्ठ नेता और केन्द्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने भी राहुल गांधी पर पलटवार किया है।

गिरिराज सिंह ने लिखा है कि वीर सावरकर तो सच्चे देशभक्त थे, उन्होंने कहा कि उधार का सरनेम लेने से कोई गांधी नहीं होता, कोई देशभक्त नहीं बनता।

गिरिराज सिंह ने अपने ट्वीट के साथ सोनिया, राहुल और प्रियंका की तस्वीर लगाई है और पूछा है कि ये तीनों कौन हैं? क्या यह तीनों देश के आम नागरिक हैं?

शिव सेना ने जताया ऐतराज़...

शिव सेना सांसद संजय राउत ने ट्वीट करते हुए कहा कि वीर सावरकर सिर्फ़ महाराष्ट्र ही नहीं, पूरे देश के देवता हैं। सावरकर नाम में ही राष्ट्राभिमान और स्वाभिमान है। नेहरू और गांधी के जैसे ही सावरकर जी ने भी स्वतंत्रता के लिए अपने जीवन की आहुति दी है। ऐसे हरेक देवता का सम्मान करना चाहिए। इससे कोई समझौता नहीं किया जा सकता।

राउत ने कहा...

इसके साथ ही राउत ने कहा कि हम पंडित नेहरू और महात्मा गांधी को मानते हैं तो आप भी वीर सावरकर का अपमान मत कीजिए।

उद्धव ठाकरे बोले- जो सावरकर को नहीं मानते उन्हें सार्वजनिक रूप से पीटा जाए

शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने अगस्त महीने में कहा था, 'जिन लोगों को वीर सावरकर पर विश्वास नहीं है, उन्हें सार्वजनिक रूप से पीटना चाहिए, क्योंकि उन्हें भारत की स्वतंत्रता में वीर सावरकर के संघर्ष और महत्व का अहसास नहीं है. यहां तक कि राहुल गांधी ने भी अतीत में वीर सावरकर का अपमान किया है।

देवेंद्र फडणवीस ने कहा...

महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि सावरकर ने अपने जीवन की आहुति मातृभूमि के लिए दी है। अपना सब कुछ अर्पित किया है। उनके लिए ऐसी भाषा का उपयोग करना देश के लिए सर्वोच्च त्याग करने वाले सभी देशभक्तों का अपमान है। राहुल को पूरे देश से माफ़ी मांगनी चाहिए।

इसके साथ ही उन्होंने एक और ट्वीट करते हुए कहा कि आखिरी नाम गांधी होने से कोई महात्मा गांधी नहीं होता। खुद को गांधी समझने की गलती न करें राहुल। सावरकर के नख के बराबर भी नहीं हैं राहुल।

जीवीएल नरसिम्हा राव ने कहा...

राहुल गांधी के सावरकर वाले बयान पर बीजेपी सांसद और प्रवक्ता जीवीएल नरसिम्हा राव ने भी जवाबी हमला किया है और निशाना साधा है।

जीवीएल नरसिम्हा राव ने ट्वीट कर कहा है कि आपके (राहुल गांधी) लिए अधिक उपयुक्त नाम राहुल जिन्ना है। आपकी मुस्लिम तुष्टिकरण की राजनीति और मानसिकता आपको सावरकर की नहीं, बल्कि मोहम्मद अली जिन्ना की योग्य वारिस बनाती है।

राज्यसभा सांसद जीवीएल नरसिंह राव ने कहा कि राहुल सावरकर नहीं हैं, उन्हें अपना नाम बदलकर राहुल जिन्ना रखना चाहिए। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि उनके पूरे परिवार को अब जिन्ना की विरासत का दावा करना चाहिए, न कि नेहरू-गांधी के नाम पर।

संबित पात्रा ने कहा...

राहुल गांधी के सावरकर वाले बयान पर भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा ने भी पलटवार किया है।

संबित पात्रा ने ट्वीट के माध्यम से कहा है कि राहुल गांधी अगर हजार जन्म भी ले लें तो भी "सावरकर" नहीं बन सकते।

भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा ने राहुल गांधी के बयान पर आलोचना करते हुए कहा कि अगर राहुल गांधी 100 जन्म लें तो भी वह राहुल सावरकर नहीं हो सकते। सावरकर ‘वीर’ थे, देशभक्त थे और बलिदानी थे।

इसके साथ ही भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि राहुल गांधी अनुच्छेद 370, हवाई हमले, सर्जिकल स्ट्राइक सीएबी पाकिस्तान की भाषा के लिए इस्तेमाल करते हैं, वह ‘वीर’ नहीं हो सकते या सावरकर के बराबर नहीं हो सकते।

इसके साथ ही उन्होंने कहा कि उन्होंने कहा कि अगर वह कोई नया नाम चाहते हैं, तो आज भाजपा उन्हें ‘राहुल थोड़ा शर्म कर’ के नाम से बुलाएगी, उन्हें वास्तव में थोड़ी शर्म करनी चाहिए, एक व्यक्ति जो ‘मेक इन इंडिया’ की तुलना ‘रेप इन इंडिया’ से करता है, उसने शर्म और गरिमा की सभी हदें पार कर दी हैं।

अजीत पवार ने कहा…

इस मुद्दे पर जब एनसीपी नेता अजीत पवार से सवाल किया गया कि क्या इससे (सावरकर मुद्दे को लेकर) महाराष्ट्र में महा विकास अघाड़ी(कांग्रेस-एनसीपी-शिवसेना) गठबंधन पर कोई असर पड़ेगा। इसका जवाब देते हुए अजीत पवार ने कहा कि, उद्धव जी, सोनिया जी और पवार साहब सुलझे हुए लोग हैं और वे सही फैसला लेंगे।

इससे पहले महाराष्ट्र में शिवसेना ने सहयोगी पार्टी कांग्रेस को लेकर कड़ा रुख दिखाया था। शिवसेना ने कल यानि शनिवार को कहा कि, शिवसेना हिंदू विचारक विनायक दामोदर सावरकर पर अपने रुख के साथ कोई समझौता नहीं करेगी, उन्होंने सावरकर को भगवान जैसा बताया।

सुब्रमण्यम स्वामी ने कही ये बात...

नागरिकता विवाद के बीच दिग्गज भाजपा नेता और राज्य सभा सांसद सुब्रमण्यम स्वामी ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर निशाना साधा है और उनकी नागरिकता रद्द करने की मांग की है। सांसद ने राहुल गांधी के पुरखो पर भी निशाना साधा।

स्वामी ने कथित तौर पर राहुल गांधी को ‘बुद्धू’ करार देते हुए कहा कि उन्हें अपने पुरखो की गलतियों की वजह से माफी मांगनी चाहिए। रविवार (15 दिसंबर, 2019) के अपने ट्वीट में स्वामी ने लिखा कि बुद्धू को अपने परदादा (यानी देश के पहले प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरु) के लिए माफी मांगनी चाहिए, जिन्होंने 1962 के युद्ध में सेना को धोखा दिया था।

बता दें कि इस युद्ध में भारत को हार का मुंह देखना पड़ा था। ट्वीट में लिखा गया कि उनके नाना नाना हिटलर की सेना में थे और नानी मुसोलिनो के साथ थीं। ट्वीट में आगे लिखा गया, ‘उनकी नागरिकता रद्द की जानी चाहिए।

दिग्विजय सिंह ने कहा...

राहुल गांधी के बयान पर दिग्विजय सिंह ने कहा कि मैं इतना ही कह सकता हूं कि दामोदर राव सावरकर के जीवन के दो पहलू हैं, एक वो है जब ब्रिटिश हुकूमत के खिलाफ लड़ते हुए उन्हें सज़ा हुई और कालापानी भेजा गया।

इसके साथ ही उन्होंने कहा कि सावरकर के जीवन का दूसरा पहलू माफी लिखकर जेल से निकलने का है, माफी मांग कर जेल से निकलने के बाद उन्होंने अपने पूरे समय पूरे देश में ब्रिटिश हुकूमत की बांटो और राज करो की नीति को ही आगे बढ़ाया। इसलिए दोनों ही पहलू उनके जीवन में रहे हैं।

दिग्विजय सिंह ने कहा कि मैं कहता हूं, जो भी व्यक्ति देश के लिए लड़ा है, हम उसका सम्मान तो करते हैं, लेकिन माफी मांगना एक अलग इतिहास है।

पोते रंजीत सावरकर ने कहा...

वीर सावरकर के पोते रंजीत सावरकर ने रविवार को कहा कि इस मुद्दे पर मैं महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे से मुलाकात करूंगा।उन्होंने राहुल गांधी के खिलाफ मानहानि का केस करने की भी बात कही है।

रंजीत सावरकर ने कहा कि कोई भी उनके (वीर सावरकर) बारे में इतने असम्मानजक तरीके से बात नहीं करता है। राहुल गांधी की प्रतिक्रिया बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण है।वह इस तरह के बयान देने के आदी हो चुके हैं।

इसके साथ ही उन्होंने कहा कि जवाहरलाल नेहरू ने एक बार शिवाजी को लुटेरा बोला था, लेकिन अपनी टिप्पणी के लिए उन्हें फिर माफी मांगनी पड़ी थी।वह (राहुल गांधी) अपने परिवार की गलतियों को बार-बार दोहरा रहे हैं।

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