कांग्रेस अध्यक्ष जगन रेड्डी पर आंध्र के CM का वार, बोले-हमारे यहां भी एक बाबा है

आंध्र प्रदेश में मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू और वाईएसआर कांग्रेस के अध्यक्ष जगनमोहन रेड्डी के बीच तनाव और राजनीतिक खींचतनाव इस हद तक

Update: 2017-09-01 08:44 GMT

लखनऊ: आंध्र प्रदेश में मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू और वाईएसआर कांग्रेस के अध्यक्ष जगनमोहन रेड्डी के बीच तनाव और राजनीतिक खींचतान इस हद तक बढ़ गई है कि जहां चंद्रबाबू ने जगन की तुलना राम रहीम से कर दी वहीं जगन ने कह दिया कि चंद्र बाबू को गोली मार देनी चाहिए।

ताजा झगड़े की शुरुआत जगन रेड्डी ने यह बात कह कर की कि चंद्रबाबू नायडू ने लोगों को ठगने के साथ-साथ झूठे वादे किए हैं और ऐसे मुख्यमंत्री को गोली मार देना ही ठीक है।

फिर क्या था, चंद्रबाबू ने मीडिया के सामने आरोप लगा दिया कि राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री स्वर्गीय वाईएस राजशेखर रेड्डी ने साल 2003 में उनकी हत्या के लिए माओवादियों को पैसा दिया था। जगन रेड्डी जशेखर रेड्डी के पुत्र हैं। नायडू ने पत्रकारों को बताया कि राजशेखर रेड्डी ने मेरे समर्थक गांगी रेड्डी के जरिए माओवादियों को कथित तौर पर मोबाइल फोन और फंड जैसे सैन्य सहायता दी थी। गांगी रेड्डी को हाल ही में तस्करी के मामले में गिरफ्तार किया गया था।

और क्या बोले नायडू?

- चंद्र बाबू नायडू ने कहा कि ‘जगन आपराधिक प्रवृति वाला शख्स है और इसीलिए वो मेरी हत्या की बातें करता है।

- नायडू ने मीडिया से पूछा, क्या मैंने कभी कोई अपराध किया है? आप लोग तो जानते हैं कि इससे पहले भी जगनमोहन ने लोगों से मुझे चप्पल से मारने को कहा था। लेकिन मैंने कभी अपना आपा नहीं खोया। यहां तक कि उनके पिता ने जब मुझे खत्म करने की साजिश रची तब भी मैं शांत रहा।

गौरतलब है कि 2 अक्टूबर 2003 में चंद्रबाबू नायडू एक हमले में बाल-बाल बचे थे। नायडू एक कार्यक्रम में हिस्सा लेने के लिए जा रहे थे तभी उनका काफिला लैंडमाइन की चपेट में आने से बाल बाल बचा था।

चंद्रबाबू नायडू यहीं तक नहीं रुके। उन्होंने जगनमोहन रेड्डी की तुलना डेरा सच्चा सौदा वाले वाले बाबा राम रहीम से कर डाली। चंद्रबाबू ने कहा, ‘वह डेरा बाबा हैं तो हमारे यहां वह जगन बाबा हैं। वह भी विध्वंसक और आपराधिक मानसिकता वाले हैं।’ नायडू ने कहा, ‘डेरा बाबा एक अच्छा संगठन चला रहे थे लेकिन उन्होंने अपनी ताकत का गलत इस्तेमाल किया और महिलाओं के भरोसे को तोड़ा। उन्होंने उग्रवादियों को तैयार किया और हिंसा की। एक साधु के वेष में उन्होंने हर तरह के पाप किए। ऐसा ही एक आदमी यहां भी है और इसलिए मैं उन्हें जगन बाबा कहता हूं। जगन समाज को बहुत नुकसान पहुंचा

रहे हैं।’

मुख्यमंत्री ने कहा, ‘अगर आप बीते तीन वर्षों के उनके (जगन के) व्यवहार को देखेंगे तो यह साफ हो जाएगा। नाटक करना, असभ्य व्यवहार, दूसरों को भयभीत करना, विधानसभा की कार्यवाही को रुकवाना यह सभी उनकी विध्वसंक और आपराधिक मानसिकता को दिखाता है।’

नंदयाल उपचुनाव के परिणाम पर नायडू ने कहा कि अब इस विधानसभा के लोग चैन की सांस ले रहे होंगे क्योंकि जगनमोहन रेड्डी के नेतृत्व में यहां वाइएसआर कांग्रेस चुनाव हार गई। जगन ने उपचुनाव प्रचार के दौरान मेरे खिलाफ जिस तरह की भाषा का इस्तेमाल किया वह देश भर में बहस का विषय बन गया। वे १३ दिन के नंदयाल दौरे पर गए, वहंा घर-घर गए लेकिन लोगों ने समझदारी दिखाते हुए उनकी पार्टी को हरा दिया।

जगनमोहन रेड्डी, युवराज श्रमिक रायथु कांग्रेस पार्टी (वाईएसआर) के नेता ने आंध्र प्रदेश के सीएम मुख्यमंत्री चंद्राबाबू नायडू के विवादास्पद टिप्पणी की है। उन्होंने कहा, उनके जैसे लोगों को सार्वजनिक रूप से गोली मारनी चाहिए।

रेड्डी के खिलाफ एक शिकायत पहले ही दर्ज की गई है। विवादित बयान के लिए जगनमोहन रेड्डी को कार्रवाई का सामना करना पड़ सकता है। रेड्डी शुक्रवार को कुरनूल जिले के नंदयाल गांव में उपचुनाव के लिए चुनाव रैली को संबोधित कर रहे थे। इसी दौरान रेड्डी ने नायडू पर उनकी पार्टी के जीते हुए उम्मीदवार को बडग़ला कर अपने पार्टी में शामिल करने का आरोप लगाया है।

चंद्रबाबू नायडू पर किए गए इस विवादित बयान को लेकर वहां के एक कुरनूल जिला परिषद के चेयरपर्सन और वरिष्ठ टीडीपी नेता राजशेखर नेता ने रेड्डी के खिलाफ केस द$र्ज कराया है। वहीं दूसरे टीडीपी नेता सीएम रमेश ने रेड्डी को ‘अपराधी‘ बताते हुए कहा की टीडीपी विकास चाहती है जबकि वो लोगों को मारकर उसका पैसा हथियाना चाहता हैं।

विधानसभा का गणित

आंध्र प्रदेश में अप्रैल-मई 2014 में विधान सभा चुनाव हुए थे। 2014 में ही आंध्र प्रदेश का विभाजन हुआ और तेलंगाना नामक नए राज्य का गठन हुआ। विभाजन से पहले राज्य में कांग्रेस की सरकार थी लेकिन अब आंध्र प्रदेश में टीडीपी-बीजेपी गठबंधन की तथा नए राज्य तेलंगाना में के. चंद्रशेखर राव के नेतृत्व वाली टीआरएस सरकार है।

आंध्र प्रदेश में कुल 175 विधान सभा सीटें हैं। टीडीपी के पास 102 और बीजेपी के पास चार सीटें हैं। राज्य में वाईएसआर कांग्रेस मुख्य विपक्षी दल है जिसके पास कुल 67 सीटें हैं। अगस्त के आखिरी सप्ताह में उपचुनाव के घोषित नतीजों में आंध्र प्रदेश में सत्तारूढ़ तेलुगू देशम पार्टी ने नांदयाल विधानसभा सीट पर भारी मतों से जीत दर्ज की है। इससे वाईएसआर कांग्रेस को तगड़ा झटका लगा है, जिसने 2014 में इस सीट पर जीत दर्ज की थी।

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