अखिलेश विरोधी कुनबा हो रहा है बड़ा, मुलायम के बाद अपर्णा भी शिवपाल के साथ 

Update: 2018-10-13 10:26 GMT

लखनऊ: बीते चुनाव से ही समाजवादी संग्राम की आंच से मुलायम परिवार के बीच रिश्तों में आई दरार झलक रही थी। इस दरार की लगातार पुष्टि भी हो रही है। सपा मुखिया अखिलेश यादव से अलग राय रखने वाले पारिवारिक सदस्य या समाजवादी नेता एक मंच पर इकटठे हो रहे हैं। राजधानी के विश्वशरैया हाल में शनिवार को यह नजारा दिखा। सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव की छोटी बहू अपर्णा यादव, चाचा शिवपाल सिंह यादव के साथ मंच पर थीं। वह साफ कहती हैं, कि मोर्चा में शामिल होने का फैसला चाचा के निर्णय पर निर्भर है। मौजूदा तस्वीर का संकेत साफ है, कि आने वाले चुनाव में समाजवादी पार्टी की राह आसान नहीं होगी।

शिवपाल यादव ने कहा कि आज ऐतिहासिक दिन और क्षण है। आज बड़ा फैसला लेने का वक़्त है। बड़े फैसले लिए भी जा रहे हैं। क्रांति लानी है, परिवर्तन लाना है। लोकबंधु सम्मान मिला ये बड़ी जिम्मेदारी के समान है। आज किसान, नौजवान, मुस्लमान, मेहनत करने वालों के लिए लड़ना है। परिवर्तन लाना है। वर्ष 2022 नहीं बल्कि 2019 में ही हम लोग परिवर्तन ला सकते हैं। बहुत से दलों और सरकारों से लोगों का विश्वास उठा है। परिवर्तन के साथ लोगों का विश्वास जीतेंगे।

अपर्णा ने कहा, चाचा का करती हूं सम्मान

अपर्णा यादव ने कहा कि चाचा इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि थे। मैं उनका बहुत आदर और सम्मान करती हूं। हम लोग समाजवाद से विलग नहीं हैं। सपा में रहेंगी या सेक्युलर मोर्चे के साथ इस सवाल पर अपर्णा यादव ने कहा कि ये चाचा बताएंगे। चाचा जो भी निर्णय लेंगे, हम उनके साथ हैं। नेता जी के बाद मैंने सबसे ज़्यादा शिवपाल चाचा को माना है। आज किसान और जवान मर रहे हैं। अगर ऐसे ही हालात रहे तो बेहतर है कि उनको खड़ा कर गोली मार दें। आप सभी मिलकर मोर्चे को आगे बढ़ाएं।

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