बिहार में मतदानः दांव पर नीतीश के 8 मंत्रियों और मांझी की प्रतिष्ठा, जारी है वोटिंग
बिहार में विधानसभा चुनाव के पहले चरण वाली 71 सीटों के लिए मतदान शुरू हो गया है। इन सीटों पर 1066 प्रत्याशी अपनी किस्मत आजमा रहे हैं और इनकी किस्मत का फैसला 2 करोड़ 14 लाख छह हजार से अधिक मतदाता करेंगे। पहले चरण के मतदान के लिए 31380 मतदान केंद्र बनाए गए हैं।
पटना। बिहार में विधानसभा चुनाव के पहले चरण वाली 71 सीटों के लिए मतदान शुरू हो गया है। इन सीटों पर 1066 प्रत्याशी अपनी किस्मत आजमा रहे हैं और इनकी किस्मत का फैसला 2 करोड़ 14 लाख छह हजार से अधिक मतदाता करेंगे। पहले चरण के मतदान के लिए 31380 मतदान केंद्र बनाए गए हैं। कोरोना संकट काल में हो रहे चुनाव में स्वास्थ्य विभाग के दिशा निर्देशों का सख्ती से अनुपालन सुनिश्चित किया जा रहा है। पहले चरण में नीतीश सरकार के आठ मंत्रियों की प्रतिष्ठा दांव पर लगी हुई है। इसके साथ ही इमामगंज सीट से पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी की किस्मत का फैसला भी इसी चरण में होगा।
राजद के पास थीं पहले चरण की 27 सीटें
पहले चरण की 71 सीटों में सबसे अधिक प्रतिष्ठा राजद की दांव पर लगी हुई है क्योंकि इनमें से 27 सीटें पिछले विधानसभा चुनाव के दौरान राजद ने जीती थीं। इन सीटों पर कब्जा बनाए रखने के लिए राजद ने पूरी ताकत झोंक दी है। राजद के बाद इनमें से 17 सीटें जदयू के पास थीं। इन 71 सीटों में से भाजपा के पास 13, कांग्रेस के पास नौ, भाकपा माले के पास दो और हम व रालोसपा के पास एक-एक सीटें थीं। मोकामा सीट पर भी बुधवार को ही मतदान हो रहा है और यह सीट निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में अनंत सिंह ने जीती थी। अनंत सिंह को इस बार इसी सीट से राजद ने चुनाव मैदान में उतारा है।
विभिन्न सीटों पर मतदान का अलग-अलग समय
पहले चरण की 71 सीटों पर चुनाव मैदान में उतरने वाले 1066 प्रत्याशियों में 952 पुरुष और 114 महिलाएं हैं। कोरोना संकट के चलते चुनाव आयोग ने वोटिंग के समय में 1 घंटे की बढ़ोतरी की है, लेकिन अलग-अलग सीटों पर वोटिंग खत्म होने का समय अलग-अलग तय किया गया है। चार सीटों पर सुबह 7 बजे से शाम 3 बजे तक ही वोटिंग होगी जबकि 26 सीटों पर शाम 4 बजे तक, 5 सीटों पर शाम 5 बजे तक और बाकी 36 सीटों पर शाम 6 बजे तक मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग कर सकेंगे।
इस सीट पर लड़ रहे हैं सबसे ज्यादा प्रत्याशी
पहले चरण में सबसे ज्यादा उम्मीदवार गया टाउन सीट पर है जहां 27 प्रत्याशी अपनी किस्मत आजमा रहे हैं। कटोरिया सीट पर सबसे सबसे कम पांच प्रत्याशी चुनाव मैदान में उतरे हैं। पहले चरण की 71 सीटों में राजद ने 42, लोजपा ने 41 और रालोसपा ने 40 सीटों पर अपने प्रत्याशी चुनाव मैदान में उतारे हैं। जदयू ने 35 सीटों पर और भाजपा ने 29 सीटों पर अपने उम्मीदवार मैदान में उतारे हैं। कांग्रेस प्रत्याशी पहले चरण की 22 सीटों पर अपनी किस्मत आजमा रहे हैं।
हिसुआ सबसे बड़ा विधानसभा क्षेत्र
मतदाताओं की संख्या के हिसाब से देखा जाए तो पहले चरण में हिसुआ सबसे बड़ी विधानसभा सीट है जहां 3.76 लाख मतदाता हैं। वोटर के लिहाज से सबसे छोटी विधानसभा सीट बरबीघा है जहां 2.25 लाख मतदाता हैं। पहले चरण के उम्मीदवारों में 375 करोड़पति हैं जबकि 328 उम्मीदवार ऐसे हैं जिन पर आपराधिक मामले दर्ज हैं।
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नीतीश को इन मंत्रियों की प्रतिष्ठा दांव पर
पहले चरण में नीतीश सरकार के 8 मंत्रियों की प्रतिष्ठा दांव पर लगी हुई है। पहले चरण में गया से कृषि मंत्री डॉ प्रेम कुमार, जहानाबाद से शिक्षा मंत्री कृष्णनंदन प्रसाद वर्मा, बांका से राजस्व मंत्री रामनारायण मंडल, लखीसराय से श्रम मंत्री विजय कुमार सिन्हा, चैनपुर से अनुसूचित जाति व कल्याण मंत्री बृजकिशोर बिंद, जमालपुर से ग्रामीण विकास मंत्री शैलेश कुमार, दिनारा से विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्री जय कुमार सिंह और राजपुर सुरक्षित सीट से परिवहन मंत्री संतोष कुमार निराला की किस्मत दांव पर लगी हुई है। इन मंत्रियों के अलावा इमामगंज सीट से पूर्व सीएम जीतन राम मांझी के किस्मत का फैसला भी पहले चरण में ही होगा।
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कोरोना संकट काल में विशेष व्यवस्था
कोरोना संकट काल में हो रहे चुनावों में स्वास्थ्य विभाग के दिशा निर्देशों का सख्ती से पालन किया जा रहा है। मतदाता को कतार में खड़े रहने के लिए मतदान केंद्रों में गोला बनाया गया है। लाइन ज्यादा लंबी होने पर मतदाताओं के बैठने की व्यवस्था भी की गई है। इसके साथ ही मतदान केंद्रों पर हैंडवॉश व सेनिटाइजर की भी व्यवस्था की गई है। मतदान कार्य कराने वाले चुनाव अधिकारियों की सुरक्षा का भी पूरा ध्यान रखा गया है।
अर्धसैनिक बलों की तैनाती
चुनाव में हिंसा की घटनाओं पर रोक लगाने के लिए पहले चरण के सभी बूथों पर अर्धसैनिक बलों के जवानों की तैनाती की गई है। नक्सल प्रभावित इलाकों में सुरक्षा की कड़ी व्यवस्था की गई है और इन इलाकों में 4 बजे तक ही मतदान किया जाएगा। नक्सल प्रभावित इलाकों में अर्धसैनिक बलों के जवान हेलीकॉप्टर से भी निगरानी कर रहे हैं। लैंडमाइंस पर निगाह रखने के लिए भी पेट्रोलिंग की व्यवस्था की गई है। ऐसी किसी भी घटना से बचने के लिए एंटी लैंड माइंस व्हीकल लगाए गए हैं।
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एनडीए और महागठबंधन के बीच मुख्य मुकाबला
बिहार में विधानसभा के चुनाव तीन चरणों में कराने का कार्यक्रम तैयार किया गया है। बुधवार को पहले चरण के मतदान के बाद दो और चरण 3 और 7 नवंबर को होंगे। मतगणना 10 नवंबर को तय की गई है। वैसे तो चुनाव में कई गठबंधन अपनी किस्मत आजमा रहे हैं, लेकिन मुख्य मुकाबला एनडीए और महागठबंधन के बीच माना जा रहा है। दोनों पक्षों ने चुनाव जीतने के लिए पूरी ताकत झोंक रखी है। बुधवार को एनडीए की ओर से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और महागठबंधन की ओर से पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी भी जनसभाओं के जरिए मतदाताओं का विश्वास जीतने की कोशिश करेंगे।
अंशुमान तिवारी
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