स्थापना के बाद पहली बार समाजवादी पार्टी के पोस्टर पर आखिर क्यों आए बड़े चौधरी ?
लखनऊ: समाजवादी पार्टी के स्वर्ण जयंती समारोह में देश के पूर्व पीएम चौधरी चरण सिंह को याद किया गया। संभवत: यह पहला मौका था जब समाजवादी पार्टी के किसी कार्यक्रम में चौधरी चरण सिंह तस्वीरों के साथ याद किए गए। चरण सिंह ने अपने बेटे के रहते हुए ही मुलायम सिंह यादव को अपना राजनीतिक उत्तराधिकारी घोषित कर दिया था। हालांकि उनके पुत्र अजित सिंह उस वक्त राजनीति में नहीं आए थे।
मुलायम सिंह ने भी आज अपने संबोधन में चरण सिंह को याद करते हुए कहा कि उन्होंने जितना मेरे लिए किया, माना उतना और किसी ने नहीं माना। अपने पूरे संबोधन में उन्होंने कई बार चौधरी चरण सिंह को याद किया। आखिर क्या कारण था कि इतने साल बाद उत्तराधिकारी को जाट नेता चरण सिंह याद आ गए। क्या इसका कारण अजित सिंह थे ? जिन्हें स्वर्ण जयंती समारोह में बुलाया गया था। क्या बुलाने का कारण आने वाले विधानसभा चुनाव में होने वाला महागठबंधन है। समारोह में अजित सिंह ने भी मुलायम की तारीफ में कोई कसर नहीं छोड़ी।
कुछ बातें पुरानी हैं जो अब धुंधली हो गई हैं। बात 1989 की है। जब अजित सिंह कांग्रेस के समर्थन से यूपी के सीएम हो सकते थे। तत्कालीन पीएम राजीव गांधी इसके लिए तैयार भी हो गए थे, लेकिन उनके सामने वो बातें आ गई जब उनकी मां इंदिरा गांधी की राह में चौधरी चरण सिंह ने कांटे बो दिए थे। राजीव गांधी ने अजित सिंह को समर्थन देने से मना कर दिया और मुलायम सिंह यादव पहली बार यूपी के सीएम बन गए। तब से अजित सिंह और मुलायम सिंह के बीच चली राजनीतिक दुश्मनी खत्म होने का नाम नहीं ले रही। आज पहला मोका था जब अजित सिंह सपा के मंच पर आए और मुलायम की भरपूर तारीफ की।