Bengaluru Corona Bed Scam को लेकर सांसद तेजस्वी सूर्या ने खेला कम्युनल कार्ड, CM ने लिया एक्शन

सूर्या ने कहा, "बीबीएमपी अधिकारियों और स्वास्थ्यकर्मियों की सांठगांठ से इन बिस्तरों को खरीदने की साजिश कर रहे हैं।"

Newstrack Network :  Network
Published By :  Chitra Singh
Update: 2021-05-06 08:01 GMT

तेजस्वी सूर्या (फाइल फोटो- सोशल मीडिया) 

बेंगलुरु: भाजपा सांसद तेजस्वी सूर्या (Tejasvi Surya) द्वारा बेंगलुरु नगर निगम पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाए जाने के बाद कर्नाटक सरकार एक्शन में है। इस मामले पर मुख्यमंत्री बीएस येडियुरप्पा (BS Yediyurappa) ने जांच के आदेश दिए है। तेजस्वी सूर्या ने ना केवल बेंगलुरु नगर निगम पर बल्कि बेंगलुरु ब्रुहत महानगर पालिका (BBMP) में मुस्लिम कर्मियों की नियुक्ति पर भी आवाज उठाया है। खबर है कि इस मामले में बीजेपी के दो और विधायक भी के नाम शामिल हैं।

आपको बता दें कि तेजस्वी सूर्या ने बीबीएमपी (BBMP) पर आरोप लगाया था। उन्होंने कहा था, "बीबीएमपी अधिकारियों और स्वास्थ्यकर्मियों की सांठगांठ से इन बिस्तरों को खरीदने की साजिश कर रहे हैं, जो ICU देखभाल नहीं मिलने के कारण अपनी जान गंवाने वाले मरीजों से छीने गए हैं। बीबीएमपी की बुकिंग साइट दिखा रही है कि सभी बिस्तर भरे हुए हैं। कई लोग अस्पताल से डिस्चार्ज हो रहे हैं, लेकिन बीबीएमपी का कहना है कि सभी बिस्तर भरे हुए हैं। यहां बीबीएमपी अधिकारियों, आरोग्य मित्र और बाहरी एजेंट्स की सांठगांठ है।"

सूर्या के शिकायत के बाद बढ़ी सियासत

तेजस्वी सूर्या के भ्रष्टाचार वाले बयान पर कर्नाटक के सियासत में हलचल बढ़ गई है। इस मामले के बारे में जानकारी देते हुए जॉइंट कमिश्नर (अपराध) संदीप पाटिल ने कहा है, 'पुलिस थाने में दो शिकायतें दर्ज की गई हैं, जिस पर पुलिस ने एक्शन लेते हुए एक महिला समेत चार लोगों को गिफ्तार किया गया है।' बताया जा रहा है कि सूर्या के शिकायत के बाद बेंगलुरु ब्रुहत महानगर पालिका (BBMP) के आयुक्त सरफराज नवाज तक मामला पहुंच चुका हैं। लेकिन इस मामले से उन्होंने साफ इनकार किया है।

सूर्या (फाइल फोटो- सोशल मीडिया)

सूर्या ने अधिकारियों से मांगी माफी

सरफराज नवाज ने कहा, "मुझे दुख है क्योंकि मुझ पर आरोप लगाकर इसे सांप्रदायिक मोड़ दिया गया।" इस संबंध में उन्होंने विभाग को सूचित कर दिया है कि उनका इस मामले से कोई लेना-देना नहीं है। वहीं बुधवार को सूर्या ने भी कहा है कि इस मामले में उन्होंने नवाज का नाम नहीं लिया है और इसके लिए उन्होंने अधिकारी से माफी भी मांगी।

कैसा मामला बना सांप्रदायिक

बता दें कि भाजपा की ओर से कई वीडियो जारी हुए थे, जिसमें से एक वीडियो में तेजस्वी सूर्या और सतीश रेड्डी ने बीबीएमपी (BBMP) दक्षिण वॉर रूम पर 17 मुस्लिमों की नियुक्ति पर सवाल खड़े किए हैं। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, उन्होंने सवाल किया है , "कौन हैं ये लोग, किसने इन्हें नियुक्त किया, ये कैसे नियुक्त किए गए?" इस सवाल के बाद कई नेताओं के बयान सामने आए है। पूर्व सीएम सिद्धारमैया ने सूर्या ने कहा, "ये वाकई दुर्भाग्यपूर्ण है और मामले को सांप्रदायिक बनाना असंवेदनशील है।"

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