भाजपा-कांग्रेस गठबंधन: यहां एक साथ होकर बनायेंगे सरकार!
भाजपा और कांग्रेस के बीच गठबंधन की बात किसी को भी हैरान कर दे, लेकिन भारतीय राजनीति के इतिहास में कांग्रेस और भाजपा का गठबंधन मिसाल बन चुका है।
लखनऊ: राजनीति में सत्ता के लिए विपक्षी एक साथ आ सकते हैं, गठबंधन बनते और टूटते हैं लेकिन अब भारतीय राजनीति के दो सबसे बड़े दलों की एकजुटता की हो, यानी भाजपा और कांग्रेस के बीच गठबंधन (BJP-Congress Alliance) की तो शायद कोई भी हैरान हो जाए। लेकिन भारतीय राजनीति के इतिहास में कांग्रेस और भाजपा का गठबंधन मिसाल बन चुका है। इसके अलावा भी कई धुर विरोधी राजनीतिक दलों का गठबंधन हो चुका है, जिसका सबसे हालिया उदाहरण महाराष्ट्र का है।
कांग्रेस और बीजेपी में गठबंधन:
कांग्रेस और बीजेपी को हमेशा एक दूसरे के खिलाफ खड़ा पाया जाता है लेकिन एक दौर ऐसा भी था जब दोनों दल एक साथ आये थे। दोनों का साथ मिसाल के तौर पर याद भी किया जाता है।
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दरअसल, मिजोरम में चकमा स्वायत्त जिला परिषद के गठन के लिए कांग्रेस और बीजेपी के बीच गठबंधन हो चुका है। चकमा स्वायत्त जिला परिषद के 20 सदस्यों के लिए 2018 में चुनाव हुए थे। इस चुनाव में नॉर्थ ईस्ट में बीजेपी की सहयोगी पार्टी मिजो नेशनल फ्रंट सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी।
चकमा स्वायत्त जिला परिषद में कांग्रेस-भाजपा गठबंधन की सरकार
मिजो नेशनल फ्रंट के 8 सदस्य चुने गए, कांग्रेस के 7 और बीजेपी के 5 उम्मीदवार विजयी रहे। इसके बाद जिला परिषद पर कब्जे के लिए कांग्रेस और बीजेपी के बीच चुनाव बाद गठबंधन हुआ। इस गठबंधन को लेकर कांग्रेस के स्थानीय नेताओं ने दिल्ली के वरिष्ठ नेताओं से बातचीत की थी।
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स्थानीय नेताओं ने गठबधंन को माना सही:
ज्यादातर कांग्रेस के स्थानीय नेता इस गठबंधन को उचित मान रहे थे। लेकिन कांग्रेस के केंद्रीय नेतृत्व ने बीजेपी के साथ इस पैक्ट को छुपाने के लिए उसका ऐलान नहीं किया गया। हालाँकि मसले को स्थानीय स्तर पर सुलझाते हुए कांग्रेस-बीजेपी का गठबंधन हुआ।
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ये पहली बार था जब भाजपा-कांग्रेस गठबंधन ने सरकार बनी। मिजोरम में चकमा स्वायत्त जिला परिषद में भाजपा और कांग्रेस गठबंधन ने सरकार बनाई। हालाँकि अगस्त 2019 में कांग्रेस के 3 सदस्य बीजेपी में शामिल हो गए और एक सदस्य ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया। जिसके बाद बीजेपी के सदस्यों की संख्या 7 हो गई।
अब यहां कांग्रेस और भाजपा एक साथ:
वहीं अब भाजपा और कांग्रेस फिर साथ आ सकती है। दावा किया जा रहा है कि तेलंगाना में राज्य में नगर निगम (Municipal Elections) चुनावों के लिए कांग्रेस और बीजेपी के बीच गठबंधन हुआ है। तेलंगाना के सीएम के चंद्रशेखर राव के बेटे और सरकार में मंत्री केटी रामा राव ने दावा किया है कि आने वाले नगर निगम चुनाव के लिए बीजेपी और कांग्रेस एक साथ आ गए हैं।
जानकारी के मुताबिक, बीजेपी को नगर निगम चुनाव के लिए उम्मीदवार नहीं मिल रहे हैं। इसलिए ज्यादातर जगहों पर बीजेपी और कांग्रेस एकदूसरे का समर्थन कर रहे हैं।