भाजपा-कांग्रेस के नए अध्यक्ष होंगे ये दिग्गज, इस साल बड़ी चुनौती से होगा सामना
भारत के दो सबसे बड़े राजनीतिक दलों को साल 2020 में पूर्णकालिक अध्यक्ष मिलने वाला है। दरअसल, अभी भाजपा का कार्यभार कार्यवाहक अध्यक्ष संभाल रहे हैं, वहीं राहुल गांधी के इस्तीफे के बाद कांग्रेस की जिम्मेदारी बतौर अंतरिम अध्यक्ष के तौर पर सोनिया गांधी ने उठा ली है।
दिल्ली: भारत के दो सबसे बड़े राजनीतिक दलों (Congress-BJP) को साल 2020 में पूर्णकालिक अध्यक्ष (Party President) मिलने वाला है। दरअसल, अभी भाजपा का कार्यभार कार्यवाहक अध्यक्ष संभाल रहे हैं, वहीं राहुल गांधी के इस्तीफे के बाद कांग्रेस की जिम्मेदारी बतौर अंतरिम अध्यक्ष के तौर पर सोनिया गांधी ने उठा ली है। ऐसे में इस साल दोनों ही दलों को पूर्णकालिक राष्ट्रीय अध्यक्ष मिल जायेंगे। बता दें कि दोनों दलों के भावी अध्यक्षों के लिए यह साल चुनौती भरा होगा, क्योंकि इस साल दो बड़े राज्यों में विधानसभा चुनाव होने हैं।
भाजपा की कमान होगी इनके हाथ:
भारतीय जनता पार्टी साल 2020 में अपना पूर्ण कालिक अध्यक्ष नियुक्त कर देगी। इसके लिए पार्टी ने अध्यक्ष की चुनाव प्रक्रिया शुरू कर दी है। वैसे तो पार्टी अध्यक्ष पद के लिए कई नामों पर चर्चा हो रही है, लेकिन माना जा रहा है कि जेपी नड्डा को ही पार्टी की जिम्मेदारी दी जायेगी।
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शाह संभाल रहे थे कार्यभार:
गौरतलब है कि लोकसभा चुनाव से पहले तक अमित शाह पार्टी अध्यक्ष पद पर थे, वहीं गृहमंत्री बनने के बाद जेपी नड्डा ही कार्यवाहक अध्यक्ष पद पर आसीन थे। ऐसे में उनके ही पूर्णकालिक अध्यक्ष बनने की सम्भावना ज्यादा है।
हालांकि भाजपा के नवनियुक्त अध्यक्ष पद पर चुनौतियां कम नहीं है। जिसे भी ये जिम्मेदारी मिलेगी, उसे पीएम मोदी और गृहमंत्री अमित शाह जैसे पार्टी के दो दिग्गजों की नक्शेकदम पर आगे बढ़ना होगा। वहीं इस साल होने वाले दिल्ली-बिहार के विधानसभा चुनावों में उसे भाजपा की स्थिति भी मजबूत करनी होगी, क्योंकि दोनों राज्यों के चुनाव नतीजे भाजपा के लिए अहम हैं।
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कांग्रेस के सेनापति होंगे राहुल:
देश की सबसे बड़ी पार्टी भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के अध्यक्ष पद की जिम्मेदारी राहुल गांधी को दिया जाना लगभग तय है। अभी तक सोनिया गांधी पार्टी के अंतरिम अध्यक्ष की जिम्मेदारी संभाल रही थीं।
लोकसभा चुनाव में हार के बाद दिया था अध्यक्ष पद से इस्तीफा:
ध्यान दें कि लोकसभा चुनाव 2019 में मिली हार के बाद राहुल गांधी ने अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया था, जिसके बाद सोनिया गांधी ने पार्टी की बागदोड़ संभाल ली। ऐसे में राहुल गांधी के ही दोबारा अध्यक्ष पद दिए जाने की संभावना है।
अब अगर राहुल गांधी दोबारा से कांग्रेस अध्यक्ष बनते हैं तो उनके लिए खुद को साबित करने का यह आखिरी मौका हो सकता है। ऐसे में राहुल के सामने कम समय में पार्टी को आगे ले जाने की बड़ी चुनौती होगी।