राजनीति के माहिर खिलाड़ी शशि थरूर, आज भी हैं ट्विटर के बादशाह
शायद आप लोगों को न पता हो थरूर शाकाहारी हैं लेकिन उन्हें उन लोगों के साथ कोई समस्या नहीं है जो मांसाहार करते हैं। उन्होंने कहा है कि उन्हें "हिंदू होने पर बहुत गर्व है" और वह "पूजा" और "विश्वास करने वाले हिंदू" हैं। थरूर ने उपनिषदों पर्याप्त मात्रा में पढ़ा भी है।
रामकृष्ण वाजपेयी
नई दिल्ली: भारतीय राजनीति के माहिर खिलाड़ी शशि थरूर (Shashi Tharoor) का नौ मार्च को जन्मदिन है। सदाबहार जवानी वाले शशि थरूर उम्र के लिहाज से 65 के हो गए हैं लेकिन उनका जज्बा उनकी उम्र से मेल नहीं खाता है। 2013 तक वह ट्वीटर पर सबसे अधिक फालोवर वाले नेता थे। इसके बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उन्हें पीछे छोड़ दिया। वह तिरुअनंतपुरम से कांग्रेस सांसद हैं। उन्होंने 22 किताबें लिखी हैं।
किसानों के समर्थन वाला ट्वीट आज भी कर रहा ट्रेंड
ट्विटर पर उनका 6 मार्च को किसानों के समर्थन में किया गया ट्वीट आज भी ट्रेंड कर रहा है- वादा खेतों से कर के आएं हैं, ऐसे कैसे भला हम डर जाएं? हिम्मत है, उम्र भर लड़ने की, इतनी हिम्मत नही की घर जाएं, तुम्हें वहम है, के हम हार जाएंगे, अपना हक ले के ही अब खुद्दार जाएंगे।
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पूर्व केंद्रीय मंत्री और कांग्रेस सांसद शशि थरूर की सक्रियता का आलम यह है कि उनके सहित छह पत्रकारों पर गणतंत्र दिवस पर किसान ट्रैक्टर मार्च के दौरान हिंसा भड़काने के आरोप में उत्तर प्रदेश में देशद्रोह का मुकदमा दर्ज किया गया था।
गलत खबर पोस्ट करने का आरोप
इन सभी पर किसान ट्रैक्टर मार्च से जुड़ी गलत खबर सोशल मीडिया पर पोस्ट करने का आरोप लगा था। इसके अलावा सभी पर सामाजिक वैमनस्य फैलाने के भी आरोप लगाए गए थे। इन पर देशद्रोह समेत आपराधिक षडयंत्र और शत्रुता को बढ़ावा देने सहित और कई आरोप भी चस्पा हुए।
मोटेरा का नाम बदलने पर दी त्वरित प्रतिक्रिया
मोटेरा स्टेडियम का नाम बदले जाने पर भी उन्होंने त्वरित प्रतिक्रिया दी और ट्वीट किया, ‘शायद उन्हें लगा होगा कि यह स्टेडियम एक गृह मंत्री के नाम पर था, जिसने उनके पितृ संस्था पर प्रतिबंध लगाया था! या हो सकता है कि ट्रंप जैसे किसी राष्ट्राध्यक्ष का दौरा सुनिश्चित करने के लिए अग्रिम बुकिंग हो? या फिर क्या यह विरासत तैयार करने की शुरुआत है?’
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इसी तरह बजट पर इशारों में थरूर ने ट्वीट में लिखा कि बीजेपी सरकार मुझे उस गैरेज मैकेनिक की याद दिलाती है जो अपने क्लाइंट से कहता है, 'मैं आपकी गाड़ी का ब्रेक तो ठीक नहीं कर पाया लेकिन मैंने आपके गाड़ी के हॉर्न की आवाज बढ़ा दी है' शशि थरूर ने सरकार को ऐसा मैकेनिक बताया है जो जरूरत के मुताबिक काम न करें।
महिला दिवस पर की ये टिप्पणी
अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर थरूर की टिप्पणी काबिले गौर है सभी अभूतपूर्व महिला को सलाम (एक पंक्ति यह सब बताती है) आप सभी दुनिया में आधे हो और दूसरे आधे का कारण हो।
शायद आप लोगों को न पता हो थरूर शाकाहारी हैं लेकिन उन्हें उन लोगों के साथ कोई समस्या नहीं है जो मांसाहार करते हैं। उन्होंने कहा है कि उन्हें "हिंदू होने पर बहुत गर्व है" और वह "पूजा" और "विश्वास करने वाले हिंदू" हैं। थरूर ने उपनिषदों पर्याप्त मात्रा में पढ़ा भी है।
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