गोडसे को मुर्दाबाद कहना गाली देने के बराबर है: धरमलाल कौशिक
छतीसगढ़ बीजेपी के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष और विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने आज गांधी जयंती के अवसर पर एक ऐसा बयान दे दिया। जिससे राजनीति गरमा गई।
रायपुर: छतीसगढ़ बीजेपी के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष और विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने आज गांधी जयंती के अवसर पर एक ऐसा बयान दे दिया। जिससे राजनीति गरमा गई।
बीजेपी नेता ने कहा, 'नाथूराम गोडसे को मुर्दाबाद कहना गाली देने के बराबर है। गांधीजी कभी भी हिंसा का रास्ता नहीं बताते थे। राज्य सरकार हमें आखिर किस ओर ले जा रही है।
दरअसल गांधी जयंती पर छत्तीसगढ़ विधानसभा का दो दिवसीय विशेष सत्र आयोजित किया गया है। सत्र के पहले दिन गांधी और गोडसे को लेकर पक्ष और विपक्ष में तीखी तकरार हुई।
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सदन में सीएम भूपेश बघेल ने कहा कि दो विचारधाराएं देश में थीं, एक का प्रतिनिधित्व गांधीजी करते थे और दूसरे का प्रतिनिधित्व नाथूराम गोडसे। बघेल ने कहा कि गांधीजी की जय-जयकार होती है तो गोडसे के विचारधारा की भर्त्सना भी होनी चाहिए। गोडसे का 'मुर्दाबाद' होना चाहिए।
इस पर बीजेपी के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष और विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने जवाब दिया। बीजेपी नेता ने कहा, 'नाथूराम गोडसे को मुर्दाबाद कहना गाली देने के बराबर है। गांधीजी कभी भी हिंसा का रास्ता नहीं बताते थे। राज्य सरकार हमें आखिर किस ओर ले जा रही है।'
विधानसभा के विशेष सत्र के पहले दिन नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने गांधी जयंती पर प्रदेश में पूर्ण शराबबंदी का ऐलान करने की मांग की।
धरमलाल कौशिक जब बोल रहे थे तभी पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह अपनी सीट के उठकर सदन से बाहर चले गए तो कांग्रेस सदस्य अमितेश शुक्ला ने इस पर टिप्पणी की। उन्होंने कहा कि कौशिक जी का भाषण ऐसा है कि रमन सिंह बाहर चले गए।
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