कन्नौज के नायक Aseem Arun को योगी कैबिनेट में जगह मिलने पर मनी 'दिवाली', बंट रही मिठाईयां

Yogi Cabinet Minister Aseem Arun: कन्नौज में 33 साल बाद किसी को कैबिनेट मंत्री का पद मिला है। जिससे अब जिले के विकास की उम्मीद जनता में जग गई है।

Published By :  aman
Update:2022-03-26 10:46 IST

असीम अरुण 

Yogi Cabinet Minister Aseem Arun: उत्तर प्रदेश के कन्नौज जिले (Kannauj District) में सदर सीट से विधायक (MLA) बने पूर्व आइपीएस असीम अरुण (Aseem Arun) के राज्यमंत्री, स्वतंत्र प्रभार की शपथ लेने के बाद से इत्रनगरी में लगातार जश्न मनाया जा रहा है। कहीं कार्यकर्ता आतिशबाजी कर रहे हैं तो कहीं एक-दूसरे को मिठाई खिलाकर बधाईयां दे रहे हैं। असीम अरुण ने जब से मंत्री पद की शपथ ली है, तब से जिले में लगातार जश्न का माहौल है। यह खुशी आज दूसरे दिन भी देखी जा रही है।

शनिवार सुबह से ही एक बार फिर बीजेपी कार्यकर्ताओं ने बधाईओं का सिलसिला जारी रखा। बीजेपी नगर अध्यक्ष आशुतोष मिश्रा ने बताया, कि यह खुशी हम सबकी मेहनत की है। इसे जितना बांटें कम है।

33 साल बाद जिले सेकैबिनेट मंत्री    

आपको बताते चलें कि इत्र नगरी कन्नौज में 33 साल बाद किसी को कैबिनेट मंत्री का पद मिला है। जिससे अब जिले के विकास की उम्मीद जनता में जग गई है। जिले के लोगों का साफ कहना है कि जो भरोसा उन्होंने असीम अरुण पर जताया है उस भरोसे पर वह खरे उतरेंगे। कन्नौज में चौतरफा विकास होगा। सपा के गढ़ को ध्वस्त करने वाले पूर्व आईपीएस अधिकारी असीम अरुण को प्रदेश सरकार में राज्यमंत्री स्वतंत्र प्रभार का तोहफा दिया है। जनता काे अब उनसे और ज्यादा उम्मीदें हैं। अब असीम अरुण कन्नौज को एक नई दिशा के साथ विकास की ओर अग्रसर करेंगे।

खाकी से खादी तक का सफर

1994 बैच के आईपीएस अधिकारी रहे असीम अरुण का जन्म 3 अक्टूबर 1970 को बदायूं जिले में हुआ था। उस समय उनके पिता श्रीराम अरुण बदायूं में पुलिस कप्तान के पद पर तैनात थे। इसके बाद वह प्रदेश के डीजीपी रहे। असीम अरुण ने लखनऊ के सेंट फ्रांसिस कॉलेज से शिक्षा प्राप्त की। उच्च शिक्षा के लिए वे दिल्ली पहुंचे और यहां सेंट स्टीफेंस कॉलेज से बीएससी की। इसके अलावा कनाडा से परास्नातक किया। शिक्षा पूरी करने के बाद वह हाथरस, बलरामपुर, सिद्धार्थनगर, आगरा, अलीगढ़, गोरखपुर, कानपुर और लखनऊ में पुलिस अधिकारी के पद पर तैनात रहे। लखनऊ में एटीएस में रहते हुए उन्होंने ठाकुरगंज इलाके में आतंकी सैफुल्ला को मार गिराया था।

साल 2009 में उन्होंने अमेरिकी पुलिस की तर्ज पर पहली बार अलीगढ़ में स्वाट टीम गठित की थी। 112 डायल पुलिस सेवा में उन्होंने रहकर कई ऐतिहासिक कार्य किए हैं। लंबे समय तक पुलिस सेवा के बाद वीआरएस देकर पहली बार चुनाव जीते और आज कैबिनेट मंत्री के पद तक का सफर उन्होंने पूरा किया।

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