मायावती ने कहा- सपा-कांग्रेस का साझा घोषणा पत्र BSP सरकार की नकल, पहले हो चुकी हैं लागू

मायावती ने कहा कि प्रदेश की जनता अब बीजेपी की चुनावी वादाख़िलाफी के साथ सपा और कांग्रेस की हवा-हवाई व खोखली बातों में कतई विश्वास करने वाली नहीं है।

Update: 2017-02-13 08:18 GMT

लखनऊः बसपा प्रमुख मायावती ने सपा-कांग्रेस के घोषणा पत्र को पूर्व की बसपा सरकार की नकल बताते हुए कहा है कि इन्हें पिछली सरकार में पहले ही लागू किया जा चुका है। वर्तमान सरकार ने सत्ता में आते ही उन्हें बंद कर दिया या फिर उनका नाम बदलकर उन्हें जारी रखा है। अब 10-बिन्दु वाले साझा कार्यक्रम घोषित करके जनता की आंखों में धूल झोंकनें की कोशिश की है, लेकिन अब जनता धोखा खाने वाली नहीं है।

मायावती ने कहा कि प्रदेश की जनता अब बीजेपी की चुनावी वादाख़िलाफी के साथ सपा और कांग्रेस की हवा-हवाई व खोखली बातों में कतई विश्वास करने वाली नहीं है। जब प्रथम चरण के मतदान का दिन था। उस दिन सपा के दाग़ी चेहरे और कांग्रेस के युवराज ने प्रेस कान्फ्रेंस कर सरकार बनने पर साझा कार्यक्रम के 10-बिन्दु घोषित करने की जो नाटकबाजी की है। उसका साफ मतलब यह है कि उन्होंने अलग-अलग अपना जो घोषणा-पत्र जारी किया था। वह प्रदेश की जनता की आंखों में धूल झोंकने के लिए ही था। सपा, कांग्रेस और बीजेपी भी अपने-अपने घोषणा-पत्रों के माध्यम से ऐसी ही नाटकबाजी करती रहती है। इनकी कथनी और करनी में ज़मीन-आसमान का अन्तर होता है। जनता को इससे सावधान रहने की ज़रूरत है।

पूर्व की सरकार में किए गए यही काम

-महामाया गरीब आर्थिक मदद योजना और सावित्रीबाई फूले बालिका शिक्षा मदद योजना लागू की जा चुकी है।

-इसके तहत छात्राओं को 15 हज़ार की प्रोत्साहन राशि और स्कूल जाने के लिए साइकिल की व्यवस्था की गई थी।

-11वीं पास करने पर उन्हें 10 हज़ार रुपए अतिरिक्त देने की व्यवस्था को वर्ष 2009-10 में ही लागू किया गया था।

-पुलिस विभाग में व्यापक सुधार के तहत एक मुश्त दो लाख चार हजार नए पद स्वीकृत करके बहाली की।

-एक लाख 10 हजार गांवों में सफाईकर्मी के सरकारी पद स्वीकृत करके उन पर बहाली की गई।

-सरकारी क्षेत्रों की भर्ती पर रोक हटाकर सर्वसमाज के युवाओं और बेरोजगारों को स्थाई नौकरी दी गई।

-असंगठित क्षेत्र में भी रोजगार के लाखों अवसर पैदा करके पलायन को पूरी तरह रोका गया था।

-छात्रवृत्तियों को बढ़ाकर लाभार्थियों के खातें में सीधे देने की व्यवस्था लागू करके भ्रष्टाचार रोकने का काम किया गया।

-महामाया गरीब बालिका आर्शीवाद योजना से लड़कियों को 18 वर्ष पर एक लाख रुपए देने की योजना की गई थी।

शहरी गरीब आवास योजना, सर्वजन हिताय गरीब आवास मालिकाना हक योजना, महामाया सर्वजन आवास योजना और शहरी दलित बस्ती समग्र विकास योजना आदि के माध्यम से लाखों परिवारों को आवास दिया गया था।

कानपुर व लखनऊ में चुनावी जनसभा 14 को

पूर्व सीएम मायावती की 14 फरवरी (मंगलवार) को कानपुर व लखनऊ में चुनावी जनसभा है। इस कार्यक्रम के तहत उनकी पहली जनसभा कानपुर के रामसहाय इण्टर कालेज मैदान बैरी शिवराजपुर के सामने खेल का मैदान में आयोजित होगी व दूसरी चुनावी जनसभा लखनऊ के ई1-काॅम-1, सीतापुर रोड, दुबग्गा बाईपास, आम्रपाली योजना में आयोजित की जाएगी। 15 फरवरी को मायावती रायबरेली व बाराबंकी में जनसभा को सम्बोधित करेंगी।

 

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