अत्याधुनिक तौर तरीको से लैस होंगे नई कार्यकारिणी के सदस्य: ज्योतिरादित्य सिंधिया

लोकसभा चुनाव में पराजित होने के बाद कांग्रेस पार्टी अपना ध्यान उत्तर प्रदेश पर केंद्रित कर रही है। 2022 में होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस ने अभी से तैयारियां शुरु कर दी है। कांग्रेस पार्टी संगठन में बड़ा बदलाव करके पार्टी का मजबूत करने की योजना में है।

Update: 2019-06-22 10:28 GMT
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कानपुर: लोकसभा चुनाव में कांग्रेस को करारी शिकस्त का सामना करना पड़ा है । कांग्रेस ने प्रियंका गांधी को यूपी ईस्ट प्रभारी बनाकर सबसे बड़ा दांव खेला था। प्रियंका का मैजिक लोकसभा चुनाव में नहीं चला। कांग्रेस महासचिव ज्योतिरादित्य सिंधिया कानपुर बुंदेलखंड में आने लोकसभा सीटों पर हार की समीक्षा कर रहे। ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कानपुर बुंदेलखंड में बड़े बदलाव के संकेत दिए है। जनपदों में कांग्रेस की नई टीम गठित की जाएगी जो अत्याधुनिक तौर तरीकों से लैस होगी।

लोकसभा चुनाव में पराजित होने के बाद कांग्रेस पार्टी अपना ध्यान उत्तर प्रदेश पर केंद्रित कर रही है। 2022 में होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस ने अभी से तैयारियां शुरु कर दी है। कांग्रेस पार्टी संगठन में बड़ा बदलाव करके पार्टी का मजबूत करने की योजना में है।

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कानपुर बुंदेलखंड में 10 लोकसभा सीटें और 52 विधानसभा सीटें आती है। इस क्षेत्र की छह लोकसभा सीटें ज्योतिरादित्य सिंधिया के खाते में है। जिसमें कानपुर, अकबरपुर, कन्नौज, फर्रुखाबाद, इटावा, मिश्रिख लोकसभा सीटों की जिम्मेदारी है। वहीं प्रियंका गांधी के खाते में कानपुर बुंदेलखंड की झांस, हमीरपुर, बांदा, जालौन लोकसभा सीटें है।

एक वरिष्ठ कांग्रेस नेता ने बताया कि केंद्रिय नेतृव पूरी ताकत के साथ उत्तर प्रदेश में पैठ बनाने की योजना बना रहा है । राहुल गांधी , प्रियंका गांधी, ज्योतिरादित्य सिंधिया समेत बड़े नेता यूपी की कमान संभालने जा रहे है। प्रदेश के सभी जनपदों की कार्यकारिणी में फेरबदल होना तय है। आने वाले विधानसभा चुनाव को ध्यान में रखकर रणनीति तैयार की जा रही है।

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उन्होंने बताया कि बीते कई वर्षों से संगठन में बदलाव नहीं हुआ है। पार्टी के लिए काम करने वाले नए कार्यकर्ताओं को स्थान नही मिल पा रहा है। जिसकी वजह से आपसी गुटबाजी की स्थिति बन रही है। गुटबाजी की वजह से पार्टी जिलों कमजोर हो गई है। विपक्षी पार्टियां इसका फायदा उठा रही है। जिसकी वजह से पार्टी को लगातार पराजय का सामना करना पड़ रहा है। जिला कार्यकारिणी के कार्यकर्ता ठीक ढंग से काम नहीं कर रहे है।

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उन्होंने बताया कि फेरबदल के बाद जो नई कार्यकारिणी बनेगी वो अत्याधुनिक तौर तरीकों से लैस होगी। उनको अपने कार्यो का ब्यौरा रोजाना देना पड़ेगा। जिसकी एक कॉपी प्रदेश कार्यालय और दूसरी कॉपी केंद्रिय कार्यालय को भेजना पड़ेगा। इसके साथ ही कार्यकर्ता अभियान निरंतर जारी रहेगा। कार्यकर्ताओं को हाईटेक बनाने के लिए उनकी ट्रेनिग भी कराई जाएगी।

सोशल मीडिया में एक्टिव रहने के तौर तरीके सिखाए जाऐंगे। युवा कार्यकर्ता सोशल मीडिया की कमान संभालने की जिम्मेदारी जाएगी। कांग्रेस पार्टी डिग्री कॉलेज ,इंजिनियरिंग कॉलेजों में शिविर लगाकर पार्टी में नए कार्यकर्ता जोड़े जाएंगे।

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