Hardik Patel: भाजपा के पाटीदार नेता ही करने लगे हार्दिक का विरोध, युवा नेता के अगले कदम पर टिकीं निगाहें

हार्दिक के भाजपा में शामिल होने की अटकलों के बीच पार्टी के पाटीदार नेताओं ने उनका विरोध भी शुरू हो गया है। पाटीदार नेताओं का कहना है कि भाजपा के कार्यकर्ता हार्दिक पटेल को कभी स्वीकार नहीं करेंगे।

Written By :  Anshuman Tiwari
Published By :  Deepak Kumar
Update:2022-05-18 21:28 IST

हार्दिक पटेल। (Social Media) 

Hardik Patel: कांग्रेस (Congress) से इस्तीफा देने के बाद पाटीदार आंदोलन के नेता हार्दिक पटेल (Hardik Patel) के अगले सियासी कदम का बेसब्री से इंतजार किया जा रहा है। हार्दिक पटेल (Hardik Patel) ने अभी तक अपने सियासी पत्ते नहीं खोले हैं मगर हाल के दिनों में भाजपा नेताओं (BJP Leaders) से उनकी मुलाकात और उनके इस्तीफे की भाषा को देखते हुए उनके भाजपा (BJP) में शामिल होने की अटकलें लगाई जा रही हैं। कांग्रेस नेतृत्व से हार्दिक की नाराजगी के कारण उनका पार्टी से इस्तीफा तो तय माना जा रहा था मगर हार्दिक ने भविष्य की सियासत को लेकर अभी तक कुछ भी खुलकर नहीं कहा है। 

हार्दिक (Hardik Patel) के भाजपा में शामिल होने की अटकलों के बीच पार्टी के पाटीदार नेताओं की ओर से उनका विरोध भी शुरू हो गया है। भाजपा (BJP) के पाटीदार नेताओं के रुख से साफ हो गया है कि हार्दिक (Hardik Patel) के लिए भाजपा का समीकरण भी इतना आसान नहीं है। पाटीदार नेताओं का कहना है कि भाजपा के कार्यकर्ता हार्दिक पटेल (Hardik Patel) को कभी स्वीकार नहीं करेंगे। ऐसे में माना जा रहा है कि भाजपा का शीर्ष नेतृत्व ही हार्दिक के संबंध में आखिरी फैसला लेगा।

इसलिए भाजपा में जाने की लग रहीं अटकलें

हार्दिक पटेल (Hardik Patel) ने बुधवार की सुबह कांग्रेस (Congress) से इस्तीफा देकर बड़ा सियासी धमाका किया। पार्टी अध्यक्षों को लिखे गए पत्र में हार्दिक ने अपनी नाराजगी खुलकर जताई और नेतृत्व पर गुजरात के लोगों की अनदेखी का बड़ा आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि पार्टी के नेताओं ने कभी गुजरात के लोगों की जिंदगी से जुड़े मुद्दों पर कोई संघर्ष ही नहीं किया। उनका कहना था कि मैंने बड़ी उम्मीदों के साथ कांग्रेस का दामन थामा था मगर पार्टी में मुझे तिरस्कार के सिवा कुछ नहीं मिला। उनका कहना था कि पार्टी गुजरात में लगातार हारती रही है और अगले विधानसभा चुनाव में भी पार्टी के जीतने की कोई उम्मीद नहीं है।

अपने इस्तीफे में हार्दिक (Hardik Patel) ने राम मंदिर, सीएए, आर्टिकल 370 और जीएसटी जैसे मुद्दों का जिक्र करते हुए अपनी अगली सियासी मंजिल की ओर साफ तौर पर इशारा भी किया है। उनका कहना है कि इन सभी मुद्दों पर कांग्रेस की सोच देश हित वाली नहीं थी और उसने हर कदम पर अड़चनें पैदा करने की कोशिश की। हार्दिक के इस रुख से उनका बीजेपी में जाना तय माना जा रहा है मगर पार्टी के पाटीदार नेताओं का रुख हार्दिक के राह में बड़ी बाधा बनकर खड़ा हो गया है।

भाजपा कार्यकर्ताओं को हार्दिक स्वीकार नहीं

भाजपा नेता और पाटीदार समुदाय (Patidar community) पर अच्छी पकड़ रखने वाले वरुण पटेल का कहना है कि हार्दिक पटेल (Hardik Patel) के खिलाफ संघर्ष में भाजपा कार्यकर्ताओं ने काफी पसीना बहाया है। यह लड़ाई सिर्फ भाजपा और कांग्रेस की ही नहीं थी बल्कि इस लड़ाई के दौरान व्यक्तिगत हमले भी किए गए। इसलिए भाजपा कार्यकर्ताओं को हार्दिक पटेल कतई मंजूर नहीं होंगे। 

उन्होंने कहा हमें यह भी ध्यान रखना होगा कि हार्दिक पटेल के कांग्रेस में शामिल होने का कांग्रेस को कोई सियासी लाभ नहीं मिला। हार्दिक के दम पर पार्टी चुनाव जीतने में कामयाब नहीं हो सकी। ऐसे में हार्दिक के आने से भाजपा को भी कोई लाभ नहीं होने वाला है। वरुण पटेल ने यह भी कहा कि इस बाबत आखरी फैसला पार्टी का शीर्ष नेतृत्व ही लेगा मगर यह सच्चाई है कि पार्टी कार्यकर्ताओं को हार्दिक स्वीकार नहीं हैं।

भाजपा में शामिल करने का विरोध 

भाजपा में शामिल एक और पाटीदार नेता चिराग पटेल (Patidar leader Chirag Patel) ने भी हार्दिक को पार्टी में लिए जाने का विरोध किया है। उन्होंने कहा कि पाटीदार आंदोलन के दौरान मैं हार्दिक के साथ ही था और इस दौरान में कई मामलों में फंस गया। मुझे सात महीने जेल में भी बिताने पड़े। हार्दिक पटेल कांग्रेस नेताओं के साथ बैठे हुए थे। 

उन्होंने कहा कि मीडिया में भले ही खबरें छप रही हों मगर मैंने अभी तक हार्दिक के भाजपा में शामिल होने की बात नहीं सुनी है। उन्होंने कहा कि पाटीदार समुदाय (Patidar community) के लोग शिक्षित हैं और किसी एक व्यक्ति के पिछलग्गू नहीं हैं। वे उचित-अनुचित का फैसला लेने में सक्षम हैं। भाजपा के पाटीदार नेताओं के इस रुख से साफ हो गया है कि भाजपा में भी हार्दिक के लिए समीकरण बनाना आसान नहीं साबित होगा।

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