... तो चुनावी समर में कुछ इस तरह PM मोदी ने एक साथ खेला हिंदू और इमोशनल कार्ड

पीएम नरेंद्र मोदी ने 19 फरवरी (रविवार) को फतेहपुर की जनसभा में लोगों को लुभाने के लिए हिंदू और इमोशनल कार्ड एक साथ खेल दिया।

Update:2017-02-19 15:43 IST

Vinod Kapoor

फतेहपुर: पीएम नरेंद्र मोदी ने 19 फरवरी (रविवार) को फतेहपुर की जनसभा में लोगों को लुभाने के लिए हिंदू और इमोशनल कार्ड एक साथ खेल दिया। चुनावी सभाओं में आमतौर हिंदू या मुसलमान बोलने के अब तक परहेज करने वाले मोदी ने कहा कि यदि रमजान में 24 घंटे बिजली मिलती है तो दीवाली में भी ये होना चाहिए। भेदभाव नहीं होना चाहिए। यदि गांव में कब्रिस्तान है तो श्मशान भी होना चाहिए। धर्म के नाम पर कोई भेदभाव नहीं होना चाहिए।

मोदी ने कहा उन्होंने राजनीतिक दलों के अलावा कई ऐसे लोगों से दुश्मनी मोल ली है। जो देश की गरीब जनता को लूट रहे थे। उदाहरण के लिए उन्होंने कैंसर और दिल की बीमारी की दवाईयों और यूरिया का जिक्र किया।

पीएम बोले कि कैंसर की दवा जो 3,000 रुपए में मिलती थी, जांच के बाद उसकी कीमत अब 70 से 80 रुपए करावा दी गई है। इसी तरह दिल की बीमारी की जो दवा 70 रुपए में मिला करती थी, अब बाजार में 7 या 8 रुपए में मिलती है। यूरिया की कालाबाजारी नहीं हो, इसलिए उस पर नीम की कोटिंग की गई।

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नीम की कोटिंग से इसकी कालाबाजारी रूक गई। पहले यूरिया फैक्टरी में चला जाया करता था और किसानों को रात भर लाईन में लगने के बावजूद खाद नहीं पुलिस की लाठियां मिला करती थीं। मोदी ने किसानों से एक वादा भी किया कि बीजेपी की सरकार बनते ही कैबिनेट की पहली बैठक में वो किसानों की कर्ज माफी का निर्णय करवा देंगे।

उन्होंने जिन लोगों के मुनाफे पर डाका डाला है वो बहुत ताकतवर लोग हैं। वो कुछ भी कर सकते हैं। अखबार, टीवी खरीद सकते हैं। ऐसे लोगों के पास संसाधन बहुत हैं। उन्होंने सभा में मौजूद लोगों से पूछा कि अब आप बताएं क्या ऐसे लोगों से दुश्मनी क्या उन्होंने खुद के लिए मोल ली है। इसका जवाब भी खुद दिया और कहा कि नहीं ये दुश्मनी जनता के लिए ली गई है। किसानों के लिए ली गई है।

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मोदी ने देश के लोगों से एक सवाल और किया कि ऐसे ताकतवार लोगों से उनकी रक्ष्रा कौन करेगा। यह सवाल उन्होंने बार बार उठाया कि ऐसे लोगों से उनकी रक्षा कौन करेगा। जनता से हां का जवाब मिलने के बाद ही वो दूसरे मुद्दे पर आए।

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