Political News: छोटे दलों के खेल बिगाड़ने की दौड़ में अब निषादों की पार्टी भी उतरेगी
बिहार की नीतिश सरकार में सत्ता का मजा ले रही विकासशील इंसान पार्टी के मुकेश साहनी ने लखनऊ में अपना डेरा जमाना शुरू कर दिया है। पार्टी का दावा है कि उसके पास निषादों का एक बड़ा वोट बैंक साथ है।
Political News: पिछले तीन दशकों से उत्तर प्रदेश की राजनीति में साम्प्रदायिक और जातिवादी फैक्टर का असर इस बार फिर यहां के विधानसभा चुनाव में देखने को मिलेगा। जिस तरह से दूसरे राज्यों से राजनीतिक दलों ने यहां पैर जमाना शुरू कर दिया है उससे साफ है कि इस बार का चुनाव जातिवादी दिशा की तरफ मुड़ सकता है।
हिन्दु मुस्लिम, यादव, राजभर, जाटव आदि के बाद इस बार बिहार की निषादों की राजनीति का दम्भ भरने वाली विकाससील इंसान पार्टी इस प्रदेश में अपनी किस्मत आजमाने को तैयार है। बिहार की नीतिश सरकार में सत्ता का मजा ले रही विकासशील इंसान पार्टी के मुकेश साहनी ने लखनऊ में अपना डेरा जमाना शुरू कर दिया है। पार्टी का दावा है कि उसके पास निषादों का एक बड़ा वोट बैंक साथ है। इसके अलावा दो दर्जन निषाद संगठन उसके साथ हैं। मुकेश पिछले दो चुनावों में बिहार में उतर चुके हैं।
मुकेश साहनी ने 2015 के विधानसभा चुनाव में भाजपा का साथ दिया था। फिर 2018 में महागठबन्धन के साथ हो गए। पर पिछले लोकसभा चुनाव और बिहार विधानसभा चुनाव में उन्होंने अपनी पार्टी का गठन किया और फिर एनडीए में शामिल हो गये। उनका दावा है कि यूपी में प्रतिशत निषादों की ताकत है। इस प्रदेश में 150 सीटे ऐंसी है जहां निषाद अपनी ताकत से किसी भी दल की किस्मत पलट सकते हैं। अब वह 25 जुलाई को दस्यु सुंदरी कही जाने वाली और बेहमई कांड में 22 ठाकुरों को गोली से उडा देने वाली फूलनदेवी की याद में गोरखपुर में एक समारोह का आयोजन करने जा रहे हैं। एनडीए में शामिल होने के बाद भी इन दिनों वह प्रधानमंत्री मोदी की कार्यशैली पर उंगली उठाते रहते हैं।