Valentine's Day Special: भारत के इन राजनेताओं का इश्क, ढलती उम्र में किया प्यार
भले ही वेलेंटाइन डे का फैशन पिछले कुछ वर्षो में तेजी से बढ़ा हो, पर राजनेताओं के बीच वेलेंटाइन डे को मनाने का रिवाज काफी पुराना है कुछ ने इसे छिपाया तो कुछ ने खुल्लम-खुल्ला इसे स्वीकार किया। इनमें से अधिकतर नेताओं ने पचास की उम्र के बाद प्यार करने के साथ विवाह भी किया।
श्रीधर अग्निहोत्री
लखनऊ: भले ही वेलेंटाइन डे का फैशन पिछले कुछ वर्षो में तेजी से बढ़ा हो, पर राजनेताओं के बीच वेलेंटाइन डे को मनाने का रिवाज काफी पुराना है कुछ ने इसे छिपाया तो कुछ ने खुल्लम-खुल्ला इसे स्वीकार किया। इनमें से अधिकतर नेताओं ने पचास की उम्र के बाद प्यार करने के साथ विवाह भी किया।
दिग्विजय सिंह और टीवी पत्रकार अमृताराव की जोड़ी
कुछ साल पहले कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने टीवी पत्रकार अमृताराव के प्रेम संबन्धों की फोटो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हुई। इसके बाद जब इस बारे में पता किया गया तो दोनों ने अपने प्रेम विवाह को स्वीकार भी किया। खास बात यह है कि इस विवाह कुछ दिन पहले ही दिग्विजय सिंह ने अपने बेटे की शादी की थी। जिस समय दिग्विजय सिंह ने विवाह किया उस समय उनकी उम्र 68 साल और अम्रता राव की 44 साल की थी।
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89 साल की उम्र में दूल्हा बनें नारायण दत्त तिवारी
बात केवल यही तक सीमित नहीं है, कांग्रेस के एक और बुजुर्ग नेता नारायण दत्त तिवारी के विवाह का मामला भी मीडिया की सुर्खिया बना। उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड के मुख्यमंत्री तथा आंध्र प्रदेश के गर्वनर रहे नारायण दत्त तिवारी ने लगभग 89 साल की उम्र में वर्ष 2014 में 14 मई को अपनी वर्षों पुरानी महिला मित्र उज्ज्वला शर्मा से शादी रचाई। देश का यह एक ऐसा विवाह था जो लगभग 30 साल तक छिपा रहा। उन्होंने भी 1968 में उज्जवला शर्मा से प्यार किया।
इस दौरान बिना विवाह के उनके एक पुत्र भी हुआ लेकिन इसको सार्वजनिक नहीं किया गया। पर जब नारायण दत्त तिवारी का बेटा रोहित बडा हुआ और मां ने पिता के बारे में उसे बताया तो रोहित ने अपने पिता नारायण दत्त तिवारी से उनके बेटे होने का हक मांगा। लंबी कानूनी लडाई के बाद रोहित को बेटे का हक मिला और फिर उज्जवला शर्मा से 88 साल की उम्र में नारायण दत्त तिवारी ने विवाह किया।
74 वर्ष की आयु में आरके धवन ने अचला मोहन से रचाई शादी
कई सालों तक कांग्रेस की सरकार में ताकतवर रहे आरके धवन का मामला भी ऐसा ही रहा। 1962 से 1984 तक इंदिरा के निजी सचिव तथा 1990 में राज्यसभा के लिए चुने गए आरके धवन कई संसदीय समितियों के सदस्य भी रहे। आरके धवन ने वायरल की गंभीर बीमारी में उनकी सेवा करने वाली अचला मोहन से 74 वर्ष की आयु में शादी की। 16 जुलाई 2012 को जब आरके धवन से अचला से शादी हुई तब अचला की उम्र 51 साल थी। हांलाकि इससे पहले वह अविवाहित ही थें। पर दुर्भाग्य से इस विवाह के छह साल बाद ही आरके धवन का निधन हो गया।
एनटी रामाराव और तेलगू लेखक लक्ष्मी पार्वती
इसी तरह आन्ध्रप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री एनटी रामाराव ने 70 साल की उम्र में 39 साल की तेलगू लेखक लक्ष्मी पार्वती से शादी की थी। दुर्भाग्य से इस शादी के दो साल बाद ही एनटी रामाराव का निधन हो गया। उनकी पहली शादी 20 साल की उम्र में 1942 में बसवा ताराकम से हुई थी। 1985 में बसवा ताराकम की कैंसर से मृत्यु हो गई थी।
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शशि थरूर और सुनंदा पुष्कर
कांग्रेस के एक और पूर्व केन्द्रीय मंत्री और कांग्रेस नेता शशि थरूर ने 55 साल की आयु में वर्ष 2010 में 42 वर्षीया सुनंदा पुष्कर से शादी की थी। लेकिन यह शादी ज्यादा लंबी नहीं चली और 17 जनवरी 2014 को सुनन्दा एक होटल में मृत पाई गई थी। शशि थरूर से पहले 1988 में उनकी संजय रैना और 1991 में सुजित मेनन से उनकी शादी हुई थी।
शादी के लिए इन्होने धर्म तक बदल दिया
वहीं, हरियाणा की राजनीति में पूर्व मुख्यमंत्री भजनलाल के बेटे और डिप्टी सीएम रहे चंद्रमोहन को भी ढलती उम्र में इष्क हुआ और उन्होंने शादीशुदा होते हुए भी शादी के लिए धर्म परिवर्तन किया। उन्होंने अपना नाम चंद्रमोहन से बदलकर चांद मोहम्मद और अनुराधा बाली का नाम बदलकर फिजा रख लिया। चंद्रमोहन 7 दिसंबर 2008 को फिजा से निकाह का खुलासा किया। इसके बाद हरियाणा की सियासत में हलचल हुई और प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने चंद्रमोहन को कैबिनेट से हटा दिया।
जबकि चंद्रमोहन की पहली शादी 18 साल पहले सीमा के साथ हो चुकी थी। काफी दिनों तक चांद मुहम्मद और फिजा साथ रहे। बाद में दोनों के बीच तलाक हो गया। इसके बाद 6 अगस्त 2012 मोहाली स्थित आवास में फिजा की सड़ी-गली लाश मिली।