विधायक की ब्रांडेड शराब: जनता के लिए करी मांग, मंत्री जी बोले जरूर पिलाएंगे

विधायक ने सवाल करते हुए कहा कि बस्तर के लोगों की शिकायत है, वे जिस ब्रांड की शराब चाहते हैं, वह यहां पर नहीं मिल रही है। ऐसे में बस्तर के लोगों को दूसरे ब्रांड की शराब पीने पर मजबूर किया जा रहा है।

Update: 2020-08-27 10:08 GMT
Branded Liquor

रायपुर: छत्तीसगढ़ में विधानसभा सत्र (Chhattisgarh Assembly) के दौरान सत्तापक्ष (कांग्रेस) के विधायक ने सदन में अपनी ही सरकार को घेरने की कोशिश की। लेकिन जिस मुद्दे को लेकर विधायक ने अपनी सरकार को घेरने का प्रयास किया है, उसे जान आप दंग रह जाएंगे। कांग्रेस के विधायक संतराम नेताम ने जनता को उनकी मनपसंद ब्रांड की शराब ना मिलने पर सरकार को घेरने की कोशिश की है।

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जनता को नहीं मिल रही पसंद के ब्रांड की शराब

उन्होंने सवाल करते हुए कहा कि बस्तर के लोगों की शिकायत है, वे जिस ब्रांड की शराब चाहते हैं, वह यहां पर नहीं मिल रही है। ऐसे में बस्तर के लोगों को दूसरे ब्रांड की शराब पीने पर मजबूर किया जा रहा है। विधायक ने सवाल किया कि क्या आबकारी मंत्री जिस ब्रांड की मांग है, वह उपलब्ध कराने के निर्देश देंगे? इस पर आबकारी मंत्री ने उस ब्रांड की शराब की आपूर्ति करने का भरोसा दिलाया।

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मंत्री ने आपूर्ति का दिलाया भरोसा

आबकारी मंत्री कवासी लखमा ने कहा कि जिस ब्रांड की मांग होगी, उस ब्रांड की शराब की आपूर्ति कराई जाएगी। केवल इतना ही नहीं विधायक ने इस दौरान मंत्री से कई अन्य सवाल भी किए। उन्होंने पूछा कि राज्य में कितनी देशी और विदेशी शराब की दुकानें संचालित हैं और साल 2019-20 तक शासन को शराब के विक्रय से कितना लाभ हुआ। देशी-विदेशी मदिरा किन किन कंपनियों और फर्मों से खरीदी जा रही है। उनके नाम व स्थान सहित जानकरी दें।

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शराब के विक्रय से 6000 करोड़ का मिला राजस्व

जिसके जवाब में मंत्री ने कहा कि 2019 -20 तक शासन को शराब के विक्रय से 6000 करोड़ के आसपास का राजस्व प्राप्त हुआ है। मंत्री कवासी लखमा ने कहा कि प्रदेश में वर्तमान में 337 देशी 321 विदेशी शराब की दुकानें संचालित हैं। मार्केटिंग कॉर्पोरेशन खरीदता है, सरकार नहीं खरीदती है और कंपनी की तरफ से जो लिस्ट आती है उसी के आधार पर रेट तय होता है।

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