सियासत की लुकाछिपी: गहलोत ने विधायकों को छिपाया होटल में, BJP ने की ये मांग
अशोक गहलोत को 109 विधायकों का समर्थन हासिल है जिनमें 104 मौजूद हैं और पांच से समर्थन पत्र सौंपा है। वहीं सचिन पायलट के सपोर्ट में सिर्फ 17 विधायक हैं।
जयपुर: राजस्थान की राजनीति में अभी भी दांव-पेंच का खेल जारी है। फिलहाल मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की कुर्सी बचती दिखाई दे रही है। अशोक गहलोत को 109 विधायकों का समर्थन हासिल है जिनमें 104 मौजूद हैं और पांच से समर्थन पत्र सौंपा है। वहीं सचिन पायलट के सपोर्ट में सिर्फ 17 विधायक हैं। फिलहाल पार्टी आलाकमान ने सचिन पायलट से कहा है कि वे लौट आएं। हालांकि विधायकों की संख्या को लेकर भारतीय जनता पार्टी ने गहलोत सरकार पर सवाल खड़े किए हैं।
तुरंत फ्लोर टेस्ट करने की बीजेपी ने की मांग
बीजेपी आईटी सेल के हेड अमित मालवीय ने कहा कि अगर अशोक गहलोत के पास बहुमत है तो उन्हें तुरंत फ्लोर टेस्ट कराकर अपना बहुमत साबित करना चाहिए। वे अपने विधायकों को रिजॉर्ट में ले जा रहे हैं, जिससे साफ होता है कि उनके पास संख्या नहीं है।
बहुमत के आंकड़े 101 से ज्यादा विधायक
मालवीय ने न्यूज एजेंसी एएनई के ट्वीट पर रिप्लाई करते हुए कांग्रेस पर निशाना साधा है। न्यूज एजेंसी ने विधायक दल की बैठक में 107 विधायकों के शामिल होने की बात कही है। वहीं, गहलोत खेमे ने दावा किया कि उनके पास 109 विधायक हैं। यानी बहुमत के आंकड़े 101 से ज्यादा विधायक उनके पास हैं।
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कांग्रेस विधायक दल ने सर्वसम्मति से अशोक गहलोत को माना अपना नेता
शक्ति प्रदर्शन के बाद कांग्रेस विधायक दल की बैठक हुई। इस बैठक में प्रस्ताव पारित हुआ कि कोई भी कांग्रेस का पदाधिकारी, विधायक या मंत्री सरकार के खिलाफ षड्यंत्र में पाया जाता है तो उसके खिलाफ कठोर अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी। कांग्रेस विधायक दल ने अपना नेता सर्वसम्मति से अशोक गहलोत को माना है।
प्रियंका गांधी ने संभाली कमान
राजस्थान कांग्रेस का झगड़ा खत्म करने के लिए अब प्रियंका गांधी ने मोर्चा संभाल लिया है। बताया जा रहा है कि प्रियंका गांधी अशोक गहलोत और सचिन पायलट दोनों नेताओं से बात कर रही हैं। दोनों नेताओं से बात कर तमाम विवाद खत्म करने की कोशिश की जा रही है।