कानपुर देहात: समाजवादी पार्टी ने सिकंदरा विधानसभा क्षेत्र के उपचुनाव में अपने पूर्व घोषित प्रत्याशी पवन कटियार का टिकट काटकर सीमा सचान को प्रत्याशी बना दिया है। सीमा को पार्टी का सिम्बल भी दे दिया गया है। सीमा के नामांकन करने के बाद दोनों के समर्थकों में भिड़ंत हो गई। दोनों के समर्थकों के बीच जमकर मारपीट हो गई और हालत यहां तक पहुंच गए कि रिवॉल्वर तक निकल आई। बाद में पुलिस ने दोनों के समर्थकों को लाठीचार्ज करके खदेड़ा।
पवन कटियार की जगह सीमा सचान को टिकट
समाजवादी पार्टी ने उपचुनाव की घोषणा के समय इस सीट से पवन कटियार को चुनाव मैदान में उतरने का ऐलान किया था मगर सोमवार को अचानक इस सीट से सीमा सचान को टिकट दे दिया गया। सीमा सचान सपा के पूर्व सांसद राकेश सचान की पत्नी हैं और 2017 का विधानसभा चुनाव भी इसी सीट से सपा के टिकट पर लड़ चुकी हैं। उन्हें गत विधानसभा चुनाव में भाजपा के मथुरा पाल ने पराजित किया था। मथुरा पाल के अचानक निधन के बाद इस सीट पर उपचुनाव हो रहा है।
सचान के काफिले पर जूते फेंके
सिकंदरा सीट से सोमवार को नामांकन का आखिरी दिन था और सपा की ओर से पवन कटियार का टिकट काटकर सीमा सचान को देने की घोषणा कर दी गयी। इस पर पवन कटियार के समर्थक भडक़ उठे। माती ओवरब्रिज पर पवन कटियार और राकेश सचान के समर्थकों में भिड़ंत हो गयी। पवन कटियार के समर्थक भी काफी बड़ी संख्या में इकट्ठा थे और उन्होंने राकेश सचान के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। कटियार समर्थकों ने सचान के काफिले पर जूते भी फेंके।
बवाल में रिवॉल्वर तक निकल आई
जानकारी के अनुसार नामांकन के बाद राकेश सचान का एक रिश्तेदार कानपुर के रतनलाल नगर का विपिन कटियार वहां से निकला तो कुछ कार्यकर्ता उसे रोककर मारपीट करने लगे। इस पर दोनों गुटों के समर्थक भिड़ गए और दोनों पक्षों में मारपीट शुरू हो गयी। पुलिस ने लाठीचार्ज करके मारपीट में उलझे दोनों गुटों के कार्यकर्ताओं को अलग किया और तेरह कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने सपा सपा दफ्तर पहुंचकर वहां मौजूद कार्यकर्ताओं को भी खदेड़ लिया। विपिन कटियार ने अपनी लाइसेंसी रिवॉल्वर से फायरिंग करने की कोशिश की तो पुलिस ने उसे हिरासत में लेकर कोतवाली आ गई। पुलिस ने उसके खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की है। कोतवाल विक्रम सिंह चौहान ने बताया कि विपिन पर मुकदमा दर्ज कर शस्त्र निरस्तीकरण के लिए डीएम को रिपोर्ट भेजी जा रही है।
कार्यकर्ता राष्ट्रीय नेतृत्व का फैसला मानें:राकेश सचान
दोनों गुटों की भिड़ंत के बाद पूर्व सांसद राकेश सचान ने कहा कि हमेशा जिन्दाबाद के नारे लगाने वाले कार्यकर्ताओं को मुर्दाबाद बोलने का भी हक है,लेकिन पार्टी के हर नेता व कार्यकर्ता को राष्ट्रीय नेतृत्व का फैसला मानना चाहिए। नामांकन के दौरान विरोधी दलों ने कुछ नशेबाजों को शामिल कर माहौल खराब करने की कोशिश की। उन्होंने कहा कि मुझे किसी कार्यकर्ता से कोई शिकायत नहीं हैं। यदि किसी को किसी बात को लेकर नाराजगी है तो उसे दूर कर लिया जाएगा। पार्टी ने सीमा सचान को प्रत्याशी बनाया है तो सभी को अधिकृत प्रत्याशी के लिए जी जान से जुट जाना चाहिए। दूसरी ओर पवन कटियार का कहना है कि मैंने शनिवार को पार्टी प्रत्याशी के रूप में नामांकन कर दिया था। मुझे सोमवार की शाम तक पार्टी की ओर से टिकट काटे जाने के बारे में कोई जानकारी नहीं दी गयी। प्रदेश नेतृत्व के आदेश पर मैं समर्थकों सहित पार्टी कार्यालय पर पहुंचा था।
हाईकमान ने जिलाध्यक्ष से रिपोर्ट तलब की
सिकंदरा विधानसभा के उपचुनाव में कार्यकर्ताओं के बवाल को राष्ट्रीय नेतृत्व ने गंभीरता से लिया और जिलाध्यक्ष से इस बाबत रिपोर्ट मांगी गयी है। जिले में आपसी खींचतान से जूझ रही सपा में कार्यकताओं की इस भिड़ंत को गंभीर माना जा रहा है। कार्यकर्ताओं के बीच मारपीट और पार्टी के अधिकृत प्रत्याशी के खिलाफ नारेबाजी को गंभीरता से लेते हुए राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने पार्टी के जिलाध्यक्ष से रिपोर्ट तलब की है। इस बीच कानपुर देहात के सपा जिलाध्यक्ष समरथ पाल ने कहा कि सीमा सचान ही पार्टी की अधिकृत प्रत्याशी हैं। सपा बड़ा परिवार है। थोड़ी सी खटपट को बड़ा नहीं माना चाहिए। पार्टी के कार्यकर्ता एकजुट होकर सीमा सचान को चुनाव लड़ाएंगे।