Sharad Yadav Daughter: पिता की सियासी विरासत को संभाल रहीं सुभाषिनी यादव, जानें अब तक का सियासी सफर

Sharad Yadav Daughter Subhashini Yadav: खराब स्वास्थ्य के कारण शरद यादव की सक्रियता काफी कम हो चुकी थी। लिहाजा उन्होंने अपनी सियासी विरासत अपनी बेटी सुभाषिनी यादव को सौंप दिया।

Written By :  Krishna Chaudhary
Update: 2023-01-13 03:52 GMT

Sharad Yadav Daughter Subhashini Yadav (photo: social media )

Sharad Yadav Daughter Subhashini Yadav: दिग्गज समाजवादी नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री शरद यादव का गुरूवार रात हरियाणा के गुरूग्राम में निधन हो गया। यादव गुरूग्राम स्थित फोर्टिस अस्पताल में इलाजरत थे। बीमारी के कारण लबे समय से वह सक्रिय राजनीति से दूर थे। उनके निधन की जानकारी बेटी सुभाषिनी यादव ने सोशल मीडिया के जरिए दी। शरद यादव के निधन पर राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री समेत अन्य वरीय नेताओं ने दुख जताया। शुक्रवार को यानी आज उनका पार्थिव शरीर अंतिम दर्शन के लिए 5 वेस्टर्न डीएलएफ में रखा जाएगा।

शरद यादव के परिवार में कौन-कौन ?

शरद यादव के परिवार में उनकी पत्नी, बेटी और एक बेटा है। शरद यादव की पत्नी का नाम डॉक्टर रेखा यादव है। उनके बेटे का नाम शांतनु बुंदेला और उनकी बेटी का नाम सुभाषिनी यादव है। बता दें कि शरद यादव ने 15 फरवरी 1989 को रेखा यादव से शादी रचाई थी।

पिता की विरासत संभालने राजनीति में उतरीं सुभाषिनी

शरद यादव के बेटे शांतनु लंदन से पढ़े हुए हैं। हालांकि, वह राजनीति से दूर हैं। उन्हें एक्टिव पॉलिटिक्स में अभी तक नहीं देखा गया है। खराब स्वास्थ्य के कारण शरद यादव की सक्रियता काफी कम हो चुकी थी। लिहाजा उन्होंने अपनी सियासी विरासत अपनी बेटी सुभाषिनी यादव को सौंप दिया। सुभाषिनी की शादी 27 नवंबर 2012 को हरियाणा के एक राजनीतिक परिवार में हुई थी। उनके पति का नाम राजकमल राव है। सुभाषिनी के ससुर कमलवीर यादव हरियाणा जदयू के अध्यक्ष रह चुके हैं। उन्होंने साल 2019 में कांग्रेस की टिकट पर हरियाणा की बादशाहपुर विधानसभा सीट से चुनाव भी लड़ा था। कहा जाता है कि उन्हें टिकट दिलाने में शरद यादव का बड़ा योगदान था।

कांग्रेस के साथ सियासी सफर की शुरूआत

साल 2019 के लोकसभा चुनाव में अपनी पारंपरिक सीट मधेपुरा से शिकस्त मिलने के बाद शरद यादव ने अपनी पार्टी लोकतांत्रिक जनता दल का विलय राष्ट्रीय जनता दल यानी आरजेडी में कर दिया था। यादव ने एलजेठी का गठन 2017 में बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से अनबन के कारण किया था। अगले साल यानी 2020 में बिहार में विधानसभा चुनाव होना था, माना जा रहा था कि शरद की बेटी सुभाषिनी यादव राजद के टिकट पर चुनाव लड़ेंगी।

लेकिन चुनाव से पहले वो कांग्रेस में शामिल हो गईं। तब से वो कांग्रेस में एक्टिव हैं। हाल ही में उन्हें कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा में राहुल गांधी के साथ कई मौकों पर देखा गया था। सुभाषिनी को राहुल गांधी और प्रियंका गांधी का करीबी माना जाता है।

चुनावी असफलता से सियासी करियर का आगाज

2020 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने सुभाषिनी यादव को मधेपुरा जिले के बिहारीगंज सीट से अपना उम्मीदवार बनाया था। सुभाषिनी के प्रचार में खुद कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी आए थे। यहां उन्होंने सभा में सुभाषिनी को अपना बहन बताकर लोगों से जिताने की अपील की थी। लेकिन उनकी यह अपील काम नहीं आई और सुभाषिनी चुनाव हार गई थीं।

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