Cabinet Minister Danish Azad Ansari: योगी कैबिनेट में इकलौते मुसलमान मंत्री दानिश आजाद अंसारी, जाने इनके बारे में
UP Cabinet Minister Danish Azad Ansari: मंत्री दानिश आज़ाद अंसारी 32 साल के हैं और लखनऊ यूनिवर्सिटी में एबीवीपी से जुड़कर छात्र राजनीति करते रहे हैं।
UP Cabinet Minister Danish Azad Ansari: उत्तर प्रदेश की आबादी में क़रीब बीस प्रतिशत मुसलमान हैं, जबकि सरकार में सिर्फ़ एक मुसलमान मंत्री है। ये हैं बलिया के रहने वाले और अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद से जुड़े रहे दानिश आज़ाद अंसारी। योगी सरकार की पिछली सरकार में भी सिर्फ़ एक ही मुस्लिम मंत्री थे मोहसिन रज़ा।
दानिश आज़ाद अंसारी 32 साल के हैं और लखनऊ यूनिवर्सिटी में एबीवीपी से जुड़कर छात्र राजनीति करते रहे हैं। दानिश आज़ाद मूल रूप से बलिया के बांसडीह में अपायल गांव के रहने वाले हैं।
32 साल के दानिश आज़ाद अंसारी आरएसएस के छात्र संगठन एबीवीपी से जुड़े रहे हैं। दनिश के दादा मोहम्मद ताहा अंसारी बलिया के सुखपुरा गांव के जूनियर हाई स्कूल में शिक्षक थे और उनकी आसपास के गांवों में काफ़ी प्रतिष्ठा थी। दानिश के पिता का नाम समीउल्लाह अंसारी है और वो भी बलिया में ही रहते हैं। उन्होंने प्रारंभिक शिक्षा अपने गांव अपायल के प्राइमरी स्कूल से ही हासिल की थी।
बलिया से बारहवीं तक की पढ़ाई पूरी करने के बाद दानिश अंसारी ने साल 2006 में लखनऊ यूनिवर्सिटी से बीकॉम किया। यहीं से उन्होंने मॉस्टर ऑफ़ क्वालिटी मैनेजमेंट और मॉस्टर ऑफ़ पब्लिक एडमिनिस्ट्रेशन की पढ़ाई की। दानिश अंसारी जनवरी 2011 में छात्र संगठन एबीवीपी के साथ जुड़ गए थे। दानिश आज़ाद ने इस बार चुनाव नहीं लड़ा है. वो किसी सदन के सदस्य नहीं हैं।
आजाद ने 2022 के विधानसभा चुनाव में अल्पसंख्यक समुदाय में भाजपा के प्रति विश्वास जगाने के लिए काफी मेहनत की थी। वह लगातार मुस्लिम समुदाय के लोगों को इस बात का विश्वास दिलाने की कोशिश में जुटे रहे कि उनका विकास भाजपा सरकार ही कर सकती है। दानिश आजाद को सीएम योगी का भी करीबी माना जाता है। वह यूपी सरकार के फखरुद्दीन अली मेमोरियल समिति के सदस्य भी रहे हैं। इसके अलावा राज्य भाषा समिति के भी सदस्य हैं।
दानिश अंसारी का कहना है कि उन्हें मंत्री बनाया जाना अप्रत्याशित नहीं था बल्कि यह एक समर्पित कार्यकर्ता के प्रति पार्टी शीर्ष नेतृत्व के भरोसे का प्रतीक है। दानिश ने प्रदेश के राज्य मंत्री के तौर पर शपथ लेने के बाद कहा, मेरे जैसे एक आम कार्यकर्ता को पार्टी नेतृत्व ने इतनी बड़ी जिम्मेदारी दी है। इसके लिए मैं उसका धन्यवाद देता हूं। मैं विश्वास दिलाता हूं कि पूरी ईमानदारी से अपने कर्तव्य का निर्वहन करुंगा। समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी ने मुसलमानों के मन में बीजेपी के प्रति नफरत और भ्रम फैलाया, लेकिन अब यह भ्रम जाल टूट चुका है।