Cabinet Minister Nand Gopal Gupta: इलाहाबाद से सिद्धार्थ नाथ सिंह का कटा पत्ता, नन्दी को मिली योगी 2.0 कैबिनेट में जगह

UP Cabinet Minister Nand Gopal Gupta: नंद गोपाल गुप्ता नंदी ने 2012 के विधानसभा चुनाव में उन्हें इलाहाबाद दक्षिण सीट से समाजवादी पार्टी के उम्मीदवार हाजी परवेज अहमद ने हराया था।

Report :  Syed Raza
Published By :  Praveen Singh
Update: 2022-03-25 12:15 GMT

UP Cabinate Minister Nand Gopal Gupta

UP Cabinet Minister Nand Gopal Gupta: इलाहाबाद के नंद गोपाल गुप्ता नंदी योगी सरकार में मंत्री रह चुके हैं। यह हाईस्कूल पास हैं। इस बार वह फिर मंत्री बनाए गए हैं। नंदी की पत्नी अभिलाषा गुप्ता भी राजनेता है। नंदी 2007 में, बसपा के उम्मीदवार के रूप में इलाहाबाद निर्वाचन क्षेत्र से उत्तर प्रदेश की विधान सभा के लिए चुने गए थे। 2012 के विधानसभा चुनाव में उन्हें इलाहाबाद दक्षिण सीट से समाजवादी पार्टी के उम्मीदवार हाजी परवेज अहमद ने हराया था। 2014 के राष्ट्रीय चुनावों में, उन्होंने इलाहाबाद से भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के उम्मीदवार के रूप में लोकसभा चुनाव लड़ा था लेकिन हार गए थे। 2017 में, वह भाजपा के लिए इलाहाबाद निर्वाचन क्षेत्र से उत्तर प्रदेश विधानसभा के लिए चुने गए।

नंदी ने 2022 का चुनाव प्रयागराज दक्ष‍िण से बीजेपी के ट‍िकट पर लड़ा था भाजपा से यह उनका दूसरा चुनाव था। कांटे की टक्कर में उन्होंने अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी सपा उम्मीदवार रईस चंद्र शुक्ला को हराया। 2017 में भी उन्‍होंने बीजेपी के ट‍िकट पर चुनाव लड़ा था। ज‍िसमें जीत दर्ज करने के बाद वह योगी सरकार में कैब‍िनेट मंत्री बनाए गए थे। इस बार फिर वह फिर मंत्री बने हैं। आपको बता दें कि गुप्ता के खिलाफ 2020 में एक रिपोर्ट दर्ज की गई थी जिसमें आरोप लगाया गया था कि उन्होंने घर के मालिकों या निवासियों की सहमति प्राप्त किए बिना अपनी कॉलोनी में हिंदू देवताओं की तस्वीरों के साथ जबरदस्ती सभी घरों को भगवा रंग में रंगवा दिया था।

प्रयागराज शहर दक्षिणी विधानसभा क्षेत्र से विधायक एवं कैबिनेट मंत्री नन्द गोपाल गुप्ता नन्दी का जीवन शुरू से चुनौतियों भरा रहा। इलाहाबाद के बहादुरगंज मुहल्ले में 23 अप्रैल 1974 को जन्मे नन्दी के पिता सुरेश चंद्र डाक विभाग में चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी थे। मां विमला देवी घर में सिलाई, बुनाई करती थीं। परिवार की आर्थिक स्थिति ठीक न होने के चलते नंदी सिर्फ हाईस्कूल तक ही पढ़ सके। वह बचपन में पटाखा, रंग-गुलाल की दुकान लगाते। मोहल्ले में सबसे पहले उनके घर में टेलीविजन आया तो बच्चों को पचास पैसे में उन्होंने महाभारत भी दिखाई। आर्थिक स्थिति सुधरने पर 1992 में मिठाई की दुकान लगाई। इसके बाद ट्रक लिया और फिर घी और दवाओं की एजेंसी ली। 1994 में रिश्तेदार के साथ ईट भट्टे का बिजनेस शुरू किया। आर्थिक रूप से सुदृढ़ होने पर नन्दी ग्रुप ऑफ कंपनीज बना ली।

गोपाल गुप्ता नंदी का सियासी सफर

वर्ष 2007 में बसपा के साथ मिलकर सियासी पारी खेलने उतरे नन्दी ने शहर दक्षिणी से चुनाव जीता। उन्होंने भाजपा के कद्दावर नेता केशरी नाथ त्रिपाठी और कांग्रेस की रीता बहुगुणा जोशी को हराया। इनाम के रूप में बसपा सुप्रीमो मायावती ने उन्हें कैबिनेट मंत्री का दर्जा दिया।

12 जुलाई 2010 को जानलेवा हमले के बाद चार महीने नन्दी हॉस्पिटल में भर्ती रहे।

2012 के चुनाव में नंदी सपा प्रत्याशी हाजी परवेज अहमद से 414 मतों से पराजित हुए।

इसके बाद उनकी पत्‍‌नी अभिलाषा गुप्ता 2012 में हुए नगर निगम चुनाव में महापौर चुनी गई।

2014 लोकसभा चुनाव में मंत्री नन्दी कांग्रेस के टिकट से इलाहाबाद के प्रत्याशी रहे और एक लाख से अधिक मत हासिल किया। इसे देखते हुए कांग्रेस ने विधानसभा चुनाव में उन्हें मंडल प्रचार प्रभारी बनाया।

2017 विधानसभा चुनाव में बीजेपी में शामिल हुए और सपा विधायक परवेज अहमद टंकी को हराकर एक बार फिर कैबिनेट मंत्री का पद हासिल किया।

2022 में भारतीय जनता पार्टी ने एक बार फिर प्रयागराज शहर दक्षिणी विधानसभा क्षेत्र से मंत्री नन्दी पर विश्वास जताते हुए टिकट दिया।

मंत्री नन्दी ने इस बार चुनाव में अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी सपा प्रत्याशी रईस शुक्ला को 26,417 मतों से पराजित करते हुए एक बार फिर प्रयागराज शहर दक्षिणी विधानसभा क्षेत्र से विधायक बने। मंत्री नन्दी को 97487 मत मिले तो वहीं सपा प्रत्याशी रईस शुक्ला को 71070 वोट मिले

नंद गोपाल गुप्ता नंदी का वोट का ग्राफ

2007 में शहर दक्षिणी विधानसभा क्षेत्र से जब वे पहली बार चुनाव लड़े थे तो उन्हें 35 हजार वोट मिले थे। 2012 में दुबारा चुनाव लड़े तो 48 हजार वोट मिले, वहीं 2013 में महापौर के चुनाव में श्रीमती अभिलाषा गुप्ता नन्दी को एक लाख 8 हजार वोट मिले, वहीं सभी की जमानत जब्त हो गई थी। 2014 में कांग्रेस के टिकट से लोकसभा का चुनाव लड़े थे, इस चुनाव में भी मंत्री नन्दी को एक लाख से अधिक वोट मिले थे।

2017 में जब वे फिर चुनाव लड़े तो 93 हजार 11 मतों से विजई हुए।

शहर दक्षिणी विधानसभा क्षेत्र में इस समय मतदाताओं की संख्या चार लाख, 02 हजार 664 तो वहीं मकानों की संख्या 87 हजार 263 है।

नंद गोपाल गुप्ता नंदी विकीपीडिया (Nand Gopal Gupta Nandi Wikipedia)

नाम- नंद गोपाल गुप्ता नंदी

पत्‍‌नी- अभिलाषा गुप्ता (मेयर)

उम्र- 48 साल

पिता- सुरेश चंद्र

माता- विमला देवी

बेटे- अभिषेक व नमन

बेटी- जान्हवी

राजनीतिक करियर

2007 में प्रयागराज शहर दक्षिण से बसपा एमएलए और सरकार में कैबिनेट मंत्री।

2012 में सपा कैंडिडेट हाजी परवेज से 400 वोटों से पराजित।

2014 में कांग्रेस के टिकट से इलाहाबाद लोकसभा सीट से चुनाव लड़े और भाजपा के श्यामाचरण गुप्त से पराजित हुए।

2017 विधानसभा चुनाव में भाजपा में शामिल होकर इलाहाबाद दक्षिण सीट से चुनाव जीते

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