वारिस पठान का विवादित बयान पर माफी मांगने से इंकार, दिया था ये बयान
एआईएमआईएम नेता और पूर्व विधायक वारिस पठान ने दिए गए विवादित बयान पर माफी मांगने से साफ इनकार। जो भी कहा वो संविधान के दायरे में रह कर कहा।
एआईएमआईएम नेता और पूर्व विधायक वारिस पठान ने दिए गए विवादित बयान पर माफी मांगने से साफ मना कर दिया है। पठान का कहना है कि उन्होने जो भी कहा वो संविधान के दायरे में रह कर कहा। एआईएमआईएम नेता ने कहा कि मैंने ऐसा कुछ नहीं कहा जिस पर मैं शर्मिंदा हूँ और माफी माँगूं। पुणे के एक पुलिस स्टेशन में पठान के खिलाफ दर्ज है शिकायत।
ये भी पढ़ें-इस नेता ने कही सीएम योगी की कानून व्यवस्था पर ये बड़ी बात
एक जनसभा में दिया था बयान
ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुसलमीन के राष्ट्रीय प्रवक्ता और मुंबई के भायखला से विधायक रह चुके वारिस पठान ने '100 करोड़ पर 15 करोड़ भारी' वाले अपने विवादित बयान के लिए माफी मांगने से साफ इनकार कर दिया है। बताते चलें कि कर्नाटक के गुलबर्ग में 15 फरवरी को एक जनसभा के दौरान पठान ने बिना नाम लेते हुए कहा कि '100 करोड़ (हिंदुओं) पर 15 करोड़ (मुस्लिम) भारी पड़ेंगे।' उनके इस बयान को लेकर पठान के खिलाफ पुणे में शिकायत दर्ज कराई गई है।
बीजेपी पर लगाया आरोप
पठान ने बीजेपी पर आरोप लगाते हुए कहा, जो लोग विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं वह कानून के खिलाफ कर रहे हैं। जबकि बीजेपी हम लोगों को 130 करोड़ लोगों से अलग करने की कोशिश कर रही है। जब पठान से पूछा गया कि क्या वह अपना बयान वापस लेते हैं या माफी मांगते हैं, तो उन्होंने कहा, 'क्यों? आप उसे कैसे समझते हैं यह आपकी मानसिकता है। मैने ऐसे कुछ नहीं कहा जिस पर माफी माँगू।
दिया था ये बयान
पठान ने एक जनसभा में बयान देते हुए कहा था, 'ईंट का जवाब पत्थर से देना हमने सीख लिया है लेकिन इकट्ठा होकर चलना होगा। अगर आजादी दी नहीं जाती तो हमें छीननी पड़ेगी। वे कहते हैं कि हमने औरतों को आगे रखा है... अभी तो केवल शेरनियां बाहर निकली हैं तो तुम्हारे पसीने छूट गए। तुम समझ सकते हो कि अगर हम सब एक साथ आ गए तो क्या होगा। 15 करोड़ हैं लेकिन 100 करोड़ के ऊपर भारी हैं। यह याद रख लेना।'