Mamata Banerjee News : ममता ने किया कांग्रेस को दरकिनार, अब मुंबई में उद्धव और पवार से मिलकर खेला करने की तैयारी

ममता बनर्जी आज तीन दिवसीय दौरे पर मुंबई (Mamata Banerjee Mumbai visit ) पहुंच रही हैं। यहां वह उद्धव ठाकरे Uddhav Thackeray ) और एनसीपी के मुखिया शरद पवार (NCP chief Sharad Pawar) से मुलाकात करेंगी।

Newstrack :  Anshuman Tiwari
Published By :  Ragini Sinha
Update: 2021-11-30 06:10 GMT

ममता ने किया कांग्रेस को दरकिनार, अब मुंबई में उद्धव और पवार से मिलकर खेला करने की तैयारी (social media)

Mamata Banerjee News: पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और तृणमूल कांग्रेस की मुखिया ममता बनर्जी (West Bengal cm and TMC chief Mamata Banerjee ) कांग्रेस (congress) को लगातार झटका देने की कोशिश में जुटी हुई हैं। अपने हाल के दिल्ली दौरे में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी (Sonia Gandhi ) से मुलाकात न करने वाली ममता बनर्जी आज तीन दिवसीय दौरे पर मुंबई (Mamata Banerjee Mumbai visit ) पहुंच रही हैं। ममता के इस दौरे का प्रमुख एजेंडा महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री और शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे Uddhav Thackeray ) और एनसीपी के मुखिया शरद पवार (NCP chief Sharad Pawar) से मुलाकात करने का है। महाराष्ट्र के महाविकास अघाड़ी गठबंधन में शिवसेना और एनसीपी के अलावा कांग्रेस भी पार्टनर है मगर ममता गठबंधन में शामिल दो दलों के नेताओं से ही मुलाकात करेंगी।

हाल के दिनों में कांग्रेस (congress) के कई नेताओं को टीएमसी (TMC) में शामिल करके ममता पहले ही कांग्रेस (Congress) को बड़ा झटका दे चुकी हैं। उन्होंने दिल्ली यात्रा के दौरान सोनिया गांधी (Sonia Gandhi ) से मुलाकात भी नहीं की थी और बाद में उनकी पार्टी ने कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे (congress leader Mallikarjun Kharge) की ओर से संसद में विपक्षी एकता के लिए बुलाई गई बैठक में हिस्सा लेने से इनकार कर दिया था। ममता के इन कदमों से साफ हो गया है कि अब वे कांग्रेस को दरकिनार करके खुद के लिए जगह बनाने की कोशिश में जुटी हुई है। उनके इस कदम से आने वाले दिनों में कांग्रेस और टीएमसी (congress and TMC) के बीच तनातनी और बढ़ने के आसार दिख रहे हैं।


सोनिया को ना, पवार-ठाकरे को हां

टीएमसी (tmc) के सूत्रों के मुताबिक ममता का तीन दिवसीय मुंबई दौरा आज से शुरू होगा। इस यात्रा के दौरान ममता मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे (cm uddhav Thackeray) के अलावा एनसीपी मुखिया पवार के साथ बैठक करेंगी। इस बैठक के दौरान देश के मौजूदा सियासी हालात पर चर्चा होने की संभावना है। ममता का यह सियासी कदम इस नजरिए से महत्वपूर्ण माना जा रहा है क्योंकि हाल के दिनों में उन्होंने कांग्रेस को लगातार झटके दिए हैं। अपनी दिल्ली यात्रा के दौरान उन्होंने कांग्रेस के पूर्व सांसद कीर्ति आजाद और हरियाणा में कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष रह चुके अशोक तंवर को टीएमसी में शामिल किया था। इसके साथ ही मेघालय में पूर्व मुख्यमंत्री मुकुल संगमा समेत 12 विधायकों ने कांग्रेस छोड़कर टीएमसी का दामन थाम लिया था।

दिल्ली में सोनिया गांधी को दरकिनार

दिल्ली में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को नजरअंदाज करने वाली ममता ने मुंबई में ठाकरे और पवार से होने वाली मुलाकात को काफी महत्वपूर्ण बताया था। ममता के इस रुख से साफ हो गया है कि वे सोची-समझी रणनीति के तहत कांग्रेस को दरकिनार करके खुद को विपक्ष के चेहरे के रूप में स्थापित करने की कोशिश में जुटी हुई है।

कांग्रेस से अलग राह पर ममता

संसद के मौजूदा शीतकालीन सत्र के दौरान टीएमसी के रुख से साफ हो गया है कि ममता अब कांग्रेस से अलग राह पर चल पड़ी हैं। उनकी पार्टी ने संसद में विपक्षी एकता के लिए बुलाई कांग्रेस की ओर से बुलाई गई बैठक में भी हिस्सा नहीं लिया था। सोमवार को टीएमसी सांसदों ने कांग्रेस से अलग विरोध प्रदर्शन में हिस्सा लिया था। दरअसल टीएमसी संसद में भी विपक्षी दल के रूप में कांग्रेस के ऊपर भारी पड़ने की कोशिश में जुटी हुई है। इसे मोदी सरकार के खिलाफ विपक्ष का सबसे बड़ा चेहरा बनने की ममता की रणनीति का हिस्सा माना जा रहा है।

खुद के लिए पिच तैयार कर रहीं ममता

पश्चिम बंगाल के विधानसभा चुनाव में भाजपा को करारी शिकस्त देने के बाद वे पूरे देश में एक बड़ा सियासी संदेश देने में कामयाब हुई थीं। ममता सियासत की माहिर खिलाड़ी हैं और अब 2024 की सियासी जंग से पहले वे खुद के लिए सियासी पिच तैयार करने की कोशिश में जुटी हुई हैं। उन्हें पता है कि कांग्रेस को राहुल गांधी के अलावा विपक्ष का कोई और चेहरा मंजूर नहीं होगा और इसी कारण उन्होंने खुद के लिए सियासी माहौल तैयार करने की कोशिश शुरू कर दी है। चुनाव रणनीतिकार प्रशांत किशोर इस मामले में ममता की मदद में जुटे हुए हैं। पीके की रणनीति पर चलते हुए ममता पर्दे के पीछे कांग्रेस को बड़ा झटका देने के रास्ते पर चल पड़ी हैं। इस मुहिम के तहत ममता पश्चिम बंगाल के बाद अन्य राज्यों में भी टीएमसी को सियासी रूप से मजबूत बनाने की कोशिश में जुट गई हैं। आने वाले दिनों में वे अन्य राज्यों का भी सियासी दौरा कर सकती हैं।

शीर्ष उद्योगपतियों से भी करेंगी मुलाकात

मुंबई यात्रा के दौरान ममता शीर्ष उद्योगपतियों से भी मुलाकात करेंगी। ममता की अगले साल अप्रैल में बंगाल ग्लोबल बिजनेस समिट आयोजित करने की योजना है और इसके लिए वे बड़े उद्योगपतियों से मुलाकात करके उन्हें आमंत्रण देंगी। ममता बंगाल में बड़े उद्योगपतियों को निवेश करने और उद्योग लगाने के लिए तैयार करना चाहती हैं। इसके लिए वह पहले भी बड़े उद्योगपतियों से अपील कर चुकी हैं। बंगाल ग्लोबल बिजनेस समिट को ममता की इसी मुहिम का हिस्सा माना जा रहा है।

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