बंगाल: ममता दी का और बढ़ेगा सिरदर्द, पहले झामुमो अब कांग्रेसियों ने भी डाला डेरा

बंगाल में कैंप कर झारखंड लौटे कांग्रेस नेता आलमगीर आलम ने बताया कि वर्तमान में जिन इलाकों में कांग्रेस के विधायक हैं और पिछले चुनाव में जहां कांग्रेस दूसरे स्थान पर थी उन सभी सीटों पर पार्टी का चुनाव लड़ना लगभग तय है।

Update:2021-02-15 12:42 IST
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने हेमंत सोरेन को नसीहत देते हुए कहा था कि सोरेन के शपथ ग्रहण समारोह में सबसे पहले हम शामिल हुए थे।

मिदनापुर: पश्चिम बंगाल में बोर्ड परीक्षा से विधानसभा के चुनाव होने हैं। हालांकि अभी चुनाव आयोग ने तारीखों का एलान नहीं किया है लेकिन सभी दल अपने अनुमान के अनुसार इलेक्शन की तैयारियों में जुटे हैं।

बीजेपी को बंगाल में आने से रोकने के लिए मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने भले ही पूरी ताकत झोंक दी हो लेकिन इससे उनकी मुसीबतें कम होती नहीं दिख रही है।

ममता बनर्जी असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी एआईएमआईएम और झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की पार्टी झामुमो-के बंगाल में आने से पहले से ही टेंशन में थी लेकिन अब खबर आ रही है कि कांग्रेस भी खुलकर टीएमसी के खिलाफ मैदान में उतर गई है।

असदुद्दीन ओवैसी(फोटो:सोशल मीडिया)

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झारखंड कांग्रेस विधायक दल के नेता आलमगीर आलम ने बंगाल में किया कैंप

झारखंड में कांग्रेस विधायक दल के नेता सह ग्रामीण विकास मंत्री आलमगीर आलम पश्चिम बंगाल में लगातार कैंप कर अब वापस लौट चुके हैं और उन्होंने अपनी ग्राउंड रिपोर्ट भी पार्टी के वरिष्ठ नेताओं को सौंप दी है।

अब सीमावर्ती क्षेत्रों में झारखंड के और नेताओं को लगाने की तैयारी चल रही है। खासकर उन लोगों को जो बांग्ला भाषी हैं या फिर जिन्हें इस भाषा का ज्ञान हैं।

चुनाव प्रचार प्रबंधन समिति के सदस्य बनाए गए पिछले एक महीने में लगभग एक सप्ताह से अधिक समय पश्चिम बंगाल में गुजार चुके हैं और उनका कार्यक्षेत्र फिलहाल झारखंड सीमा से सटे इलाके ही हैं। उनके साथ ही कांग्रेस के वरिष्ठ नेता बीके हरिप्रसाद और विजय इंदर संगला को भी पश्चिम बंगाल की जिम्मेदारी दी गई है।

जीती हुई सीटों पर कांग्रेस का चुनाव लड़ना तय: आलमगीर आलम

शनिवार की देर रात झारखंड लौटे आलमगीर आलम ने बताया कि वर्तमान में जिन इलाकों में कांग्रेस के विधायक हैं और पिछले चुनाव में जहां कांग्रेस दूसरे स्थान पर थी उन सभी सीटों पर पार्टी का चुनाव लड़ना लगभग तय है।

खासकर सीमावर्ती इलाकों में कांग्रेस की दावेदारी मजबूत है। उन्होंने कहा कि समय आने पर निश्चत तौर पर और भी कांग्रेसी नेताओं को बंगाल भेजा जाएगा। दावा किया कि कांग्रेस इस बार पिछले चुनाव से बेहतर प्रदर्शन करेगी।

बता दें कि इससे पहले झारखंड के सीएम हेमंत सोरेन की अगुआई में झारखंड मुक्ति मोर्चा ने भी बंगाल चुनाव में दिलचस्पीं दिखाते हुए अपने चुनावी अभियान का आगाज किया है। तब पश्चिम बंगाल की मुख्यममंत्री ममता बनर्जी ने झामुमो के बंगाल में चुनाव लड़ने पर कड़ी प्रतिक्रिया दी थी।

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ममता ने सोरेन को दी थी नसीहत

पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने हेमंत सोरेन को नसीहत देते हुए कहा था कि सोरेन के शपथ ग्रहण समारोह में सबसे पहले हम शामिल हुए थे। उन्हें और उनकी पार्टी को अपना पूर्ण समर्थन दिया था।

आज वह चुनाव लड़ने के लिए बंगाल आए हैं। वह उम्मीदवारों को मैदान में उतारना चाहते हैं। यह कहीं से भी ठीक नहीं है। तृणमूल कांग्रेस मुख्यालय में विभिन्न गैर-बंगाली समुदायों के सदस्यों को संबोधित करते हुए ममता बनर्जी ने कहा कि बड़ी संख्या में बंगाली लोग झारखंड में रहते हैं।

क्या हमें भी वहां चुनाव लड़ना चाहिए? ममता बनर्जी ने गैर-बंगाली समुदाय से टीएमसी का समर्थन करने और भाजपा के खिलाफ अभियान चलाने की अपील की।

बंगाल: ममता दी का और बढ़ेगा सिरदर्द, पहले झामुमो अब कांग्रेसियों ने भी डाला डेरा(फोटो:सोशल मीडिया)

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