Punjab Election 2022: पंजाब में आज BJP खोलेगी अपने पत्ते, 70 सीटों पर चुनाव लड़ेगी पार्टी, कैप्टन और ढींढसा को मिलीं 42 सीटें

Punjab Election 2022: पंजाब विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी (BJP) 70 विधानसभा सीटों पर अपने प्रत्याशी उतारेगी। माना जा रहा है कि आज पार्टी की ओर से पंजाब के प्रत्याशियों की घोषणा की जा सकती है।

Written By :  Anshuman Tiwari
Published By :  aman
Update: 2022-01-19 07:55 GMT

punjab election 2022 

Punjab Election 2022 : पंजाब विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी (BJP) 70 विधानसभा सीटों पर अपने प्रत्याशी उतारेगी। माना जा रहा है कि आज पार्टी की ओर से पंजाब के प्रत्याशियों की घोषणा की जा सकती है। पंजाब विधानसभा की 117 विधानसभा सीटों में से 42 सीटें पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह की पंजाब लोक कांग्रेस और सुखदेव सिंह ढींडसा के संयुक्त अकाली दल के लिए छोड़ी गई हैं। शेष 5 विधानसभा सीटों पर बैंस बंधुओं की लोक इंसाफ पार्टी अपने प्रत्याशी उतारेगी।

बीजेपी संसदीय बोर्ड की आज दिल्ली में होने वाली बैठक में पंजाब के भाजपा प्रत्याशियों की सूची को अंतिम रूप दिया जाएगा। कांग्रेस की ओर से पहले ही प्रत्याशियों की एक सूची जारी की जा चुकी है। भाजपा पहली बार पंजाब में इतनी ज्यादा सीटों पर चुनाव लड़ने जा रही है। पार्टी को टिकट के लिए 4,000 से ज्यादा आवेदन मिले हैं। इनमें से नाम छांट कर आज 70 सीटों पर प्रत्याशियों के नाम का ऐलान किया जाएगा।

पहली बार बड़े भाई की भूमिका में भाजपा

पंजाब के विधानसभा चुनाव में अभी तक भाजपा, अकाली दल के साथ गठबंधन कर चुनाव मैदान में उतरती रही है। चुनाव के दौरान अकाली दल की भूमिका हमेशा भाजपा से महत्वपूर्ण रही है। भाजपा छोटे भाई की भूमिका में ही चुनाव मैदान में उतरती रही है। ऐसे में यह पहला मौका होगा, जब भाजपा बड़े भाई की भूमिका में नजर आएगी। अकाली दल ने इस बार के विधानसभा चुनाव में बहुजन समाज पार्टी के साथ गठबंधन किया है, जबकि भाजपा पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह के साथ तालमेल कर चुनाव मैदान में उतर रही है। बड़े भाई की भूमिका में होने के कारण इस बार भाजपा कार्यकर्ताओं में पहले के चुनावों की अपेक्षा ज्यादा उत्साह दिख रहा है। वैसे अभी तक पार्टी की ओर से अकाली दल की अपेक्षा कांग्रेस पर ज्यादा हमले किए जा रहे हैं।

किसान आंदोलन खत्म होने से बदले हालात

किसान आंदोलन के दौरान राज्य में भाजपा नेताओं को कई बार गुस्से का शिकार होना पड़ रहा है, लेकिन अब स्थितियां बदलती नजर आ रही हैं। किसान आंदोलन खत्म होने के साथ ही स्थितियों में बदलाव होता भी दिख रहा है। भाजपा के टिकट के लिए 4,000 से ज्यादा आवेदनों को इस बात का संकेत माना जा रहा है, कि पार्टी के टिकट लेने के लिए खूब मारामारी मची हुई है। पिछले दिनों प्रधानमंत्री की सुरक्षा में हुई चूक के मुद्दे को पार्टी ने बड़ा मुद्दा बना लिया है और इसे लेकर लगातार कांग्रेस सरकार को घेरने में जुटी हुई है। कैप्टन अमरिंदर सिंह से गठबंधन के कारण पार्टी को शहरी इलाकों से काफी उम्मीदें हैं।

'मतदाता कांग्रेस की बातों में फंसने वाले नहीं'

पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष अश्वनी शर्मा का कहना है, कि 'इस बार पार्टी राज्य में काफी मजबूत बनकर उभरेगी। उनका कहना है कि कांग्रेस में चल रही खींचतान से लोग ऊब चुके हैं। पार्टी की ओर से लुभावने वादे करके मतदाताओं को बरगलाने का प्रयास किया जा रहा है मगर मतदाता कांग्रेस की बातों में फंसने वाले नहीं हैं।'

इस बार भाजपा को राज्य के हिंदू बहुल इलाकों दोआबा, माझा, पुआद और शहरी इलाकों से काफी समर्थन मिलने की उम्मीद है। इन्हीं इलाकों से पार्टी के पास अधिकांश आवेदन पहुंचे हैं। पार्टी ने प्रत्याशियों की घोषणा के बाद जोरदार प्रचार की रूपरेखा भी तैयार कर रखी है।

Tags:    

Similar News