Punjab Election 2022: पंजाब में चुनाव से पहले गुरप्रीत राम रहीम को 21 दिन की पैरोल, सूबे की कई सीटों पर पड़ सकता है असर

Before Punjab assembly election 2022 Dera Sacha Sauda chief Gurpreet Ram Rahim gets 21 days parole from Haryana Jail Department

Published By :  Bishwajeet Kumar
Written By :  Anshuman Tiwari
Update: 2022-02-07 08:50 GMT

राम रहीम (फाइल तस्वीर)

नई दिल्ली: पंजाब में विधानसभा चुनाव की तारीख नजदीक आ गई है मगर इस बीच बड़ी खबर यह है कि डेरा सच्चा सौदा (Dera Sacha Sauda) के चीफ गुरप्रीत राम रहीम (Gurpreet Ram Rahim) को पैरोल पर रिहा करने की तैयारी है। दुष्कर्म और हत्या के केस में सजा मिलने के बाद हरियाणा की रोहतक जेल में बंद गुरप्रीत राम रहीम को 21 दिन की पैरोल मिली है। पंजाब में मतदान के लिए अब सिर्फ 13 दिन बाकी रह गए हैं और ऐसे में गुरप्रीत राम रहीम की रिहाई से पंजाब की कई सीटों पर असर पड़ने की संभावना जताई जा रही है।

पंजाब की सियासत में डेरों का पहले से ही काफी महत्व रहा है। प्रदेश के विभिन्न जिलों में करीब 300 बड़े डेरे हैं और ये डेरे राजनीति को प्रभावित करते रहे हैं। डेरा सच्चा सौदा का मुख्यालय हरियाणा के सिरसा जिले में है और इस डेरे का भी पंजाब के मालवा इलाके की 69 सीटों पर असर माना जाता है। ऐसे में राम रहीम की रिहाई का सियासी असर पड़ने की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता है।

पैरोल की खबर से डेरे में खुशी का माहौल

दुष्कर्म और हत्या के मामले में सजा मिलने के बाद राम रहीम (Ram Rahim) इन दिनों रोहतक की सुनारिया जेल में बंद है। हरियाणा के जेल विभाग की ओर से राम रहीम की पैरोल की अर्जी मंजूर की जा चुकी है। इसके बाद गुरप्रीत की 21 दिनों के लिए जेल से रिहाई का रास्ता खुल गया है। राम रहीम की रिहाई के अर्जी मंजूर होने की खबर सिरसा स्थित डेरा मुख्यालय पर भी पहुंच चुकी है। राम रहीम के अनुयायियों का जत्था रोहतक की सुनारिया जेल पर राम रहीम को लेने के लिए रवाना भी हो चुका है। राम रहीम की रिहाई की अर्जी मंजूर होने की खबर मिलने के बाद डेरा सच्चा सौदा में खुशी का माहौल दिख रहा है।

आठ माह पहले भी मिली थी पैरोल

पिछले साल मई महीने के दौरान डेरा प्रमुख को 12 घंटे की पैरोल मिली थी। मां की बीमारी के आधार पर डेरा प्रमुख की ओर से 21 दिन की पैरोल मांगी गई थी मगर जेल विभाग की ओर से मात्र 12 घंटे की पैरोल ही मंजूर की गई थी। अब 8 महीने बाद राम रहीम की पैरोल की अर्जी दूसरी बार मंजूर की गई है। हरियाणा के जेल मंत्री रणजीत सिंह चौटाला (Ranjit Singh Chautala) ने हाल में कहा था कि पैरोल पाना हर कैदी का अधिकार है। उनके बयान के दो दिन बाद ही राम रहीम की पैरोल की अर्जी को विभाग की ओर से मंजूरी दे दी गई है।

सियासत में सक्रिय रहा है डेरा

पंजाब की सियासत में डेरों की ओर से पहले से ही प्रमुख भूमिका निभाई जाती रही है। डेरा सच्चा सौदा भी विधानसभा और लोकसभा चुनाव में बड़ी भूमिका निभाता रहा है। पंजाब में 2007, 2012 और 2017 के विधानसभा चुनाव के साथ ही 2014 के लोकसभा चुनाव में भी डेरा सच्चा सौदा ने राजनीतिक दलों की मदद की थी। 2014 के लोकसभा चुनाव में डेरा प्रमुख राम रहीम ने प्रधानमंत्री मोदी (PM Modi) की तारीफ करते हुए उन्हें समर्थन दिया था।

पंजाब के मालवा इलाके में 69 विधानसभा सीटों पर डेरों का काफी असर माना जाता है। यही कारण है कि विभिन्न राजनीतिक दलों से जुड़े बड़े-बड़े नेता भी डेरों में हाजिरी लगाकर समर्थन पाने की कोशिश करते रहे हैं। वैसे अभी यह स्पष्ट नहीं हो सका है कि मौजूदा विधानसभा चुनाव में डेरा प्रमुख राम रहीम की क्या भूमिका होगी मगर उनकी रिहाई को चुनाव से जोड़कर जरूर देखा जा रहा है।

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