Punjab Farmers Violence: पंजाब में किसानों ने जमकर किया बवाल, 15 गाड़ियों में तोड़फोड़, पुलिसवालों को भी आई चोट
गुरुवार यानी आज अकाली दल के सुप्रीमो सुखबीर सिंह बादल (Sukhbir Singh Badal) की रैली में हंगामा हो गया। सुखबीर बादल का विरोध करने जा रहे किसानों की पुलिस से झड़प हो गई।
Punjab Farmers Violence: कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों का आंदोलन थमने का नाम नहीं ले रहा है। गुरुवार यानी आज अकाली दल के सुप्रीमो सुखबीर सिंह बादल (Sukhbir Singh Badal) की रैली में हंगामा हो गया। सुखबीर बादल का विरोध करने जा रहे किसानों की पुलिस से झड़प हो गई। वहीं किसानों को रोकने के लिए पुलिस ने लाठी बल का भी प्रयोग किया। किसानों ने भी पुलिस और रैली स्थल पर खड़े वाहनों पर पथराव किया। पथराव में 15 वाहन क्षतिग्रस्त हुए हैं। इस घटना में दर्जनों किसानों समेत कई पुलिसकर्मी घायल हो गए हैं।
बताया जा रहा है कि शिरोमणि अकाली दल (Shiromani Akali Dal) के एक कार्यक्रम में किसानों ने जबरन दाखिल होने की कोशिश की। उन्हें रोकने के लिए पुलिस को पानी की बौछार का प्रयोग करना पड़ा। इस पूरी घटना के दौरान पार्टी प्रमुख सुखबीर सिंह बादल कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। पुलिस का कहना है कि प्रदर्शनकारी किसानों ने शिरोमणि अकाली दल के कार्यक्रम स्थल में घुसने की कोशिश में उनके साथ हाथापाई की और बल पर पथराव भी किया।
वहीं किसान नेताओं ने आरोप लगाया कि रैली के दौरान शांतिपूर्ण ढंग से सुखबीर बादल का विरोध करने जा रहे किसानों पर अकाली दल के समर्थकों ने पहले पथराव शुरू कर दिया, जिसके चलते किसानों और समर्थकों के बीच झड़प शुरू हुई। इस पर पुलिस ने भी किसानों पर लाठीचार्ज शुरू कर दिया। पुलिस ने किसानों पर लाठीचार्ज के साथ-साथ किसानों को खदेड़ने के लिए वाटर कैनन का भी प्रयोग किया।
किसानों ने हाईवे जाम किया
पुलिस का कहना है कि हमने किसानों को कई बार आगाह किया, लेकिन कुछ प्रदर्शनकारियों ने पथराव शुरू कर दिया, जिसके बाद हमें उन्हें तितर-बितर करने के लिए पानी की बौछार का प्रयोग करना पड़ा। उन्होंने घटनास्थल के पास एक राष्ट्रीय राजमार्ग भी जाम कर दिया, जिसे बाद में खाली कराया गया।
600 में से 35 हिरासत में
एसएसपी के मुताबिक स्थिति को नियंत्रण में करने के लिए करीब 600 प्रदर्शनकारियों में से करीब 35 को हिरासत में लिया गया है। उन्होंने अवरोधक तोड़ने की कोशिश की। जब पथराव किया गया, तब उन्हें तितर-बितर करने के लिए हमें लाठीचार्ज करना पड़ा।